भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
शाह मुबारक 'आबरू'
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:51, 30 सितम्बर 2016 का अवतरण
शाह मुबारक 'आबरू'
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1683 |
---|---|
निधन | 1733 |
उपनाम | आबरू |
जन्म स्थान | दिल्ली |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
शाह मुबारक 'आबरू' / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अफ़सोस है कि हम कूँ दिल-दार भूल जावे / शाह मुबारक 'आबरू'
- बढ़े है दिन-ब-दिन तुझ मुख की ताब / शाह मुबारक 'आबरू'
- जलते थे तुम कूँ देख के / शाह मुबारक 'आबरू'
- मगर तुम सीं हुआ है आशना दिल / शाह मुबारक 'आबरू'
- मत ग़ज़ब कर छोड़ दे ग़ुस्सा सजन / शाह मुबारक 'आबरू'
- फिरते थे दश्त दश्त दिवाने किधर गए / शाह मुबारक 'आबरू'
- रहता है अबरुवाँ पर हाथ अक्सर / शाह मुबारक 'आबरू'
- तुम्हारा दिल अगर हम सीं फिरा है / शाह मुबारक 'आबरू'
- उस ज़ुल्फ़-ए-जाँ कूँ सनम की बला कहो / शाह मुबारक 'आबरू'
- यार रूठा है हम सीं मनता नईं / शाह मुबारक 'आबरू'