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"पंजाबी लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

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[[गोरी दियां झान्जरां, पंजाबी<poem>गोरी दियां झान्जरां  बुलौन्दिया  गैयाँ...
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[[गोरी दियां झान्जरां, पंजाबी]]
गोरी  दियां ,
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गलियां दे  विच  दंड  पौन्दियाँ  गैयाँ...
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गोरी  दियां .
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अथरी  जवानी  गल्लां  पयी  दसदी ,
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माह़ी  गुसे हो  गया  न  गल  वस  दी ,
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राह जांदे राहिय  नू  सुनौन्दिया  गैयाँ .
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गोरी  दियां ............................................. ...!
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काले  जे  दुपट्टे  ने  की  पयेई  नीर  नी ,
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घुण्ड  विच  नैन  ओहदे  लए  घेर  ने ,
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मित्रां  दा  दिल  तदपौन्दिया  गैयाँ .
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गोरी  दियन ...................................!
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सान्बे  जाण  नखरे  न  अंग  अंग  दे ,
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वीणी उठे  नाच्दे  बिलोरी  रंद  गे ,
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अशिका  दे  लहू  च  नहौन्दिया  गयेइअण .
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गोरी  दियां .........................................!
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सांब  के  तू  रख  लै  ननाने  गोरिये ,
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रूप  दा  सिंगार  जालीदार  डोरिये,
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नूरपुरी  कोल  शर्माऊ नदीय  गेयान .
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गोरी  दियां  झंज्रण ...........................!
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गलियां  दे  विच  दंड  पौन्दिया  गयें .
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</poem>  ]]
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14:21, 27 फ़रवरी 2010 का अवतरण

गोरी दियां झान्जरां, पंजाबी


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