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अनीस अंसारी
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अनीस अंसारी
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| जन्म | 01 जुलाई 1949 | 
|---|---|
| जन्म स्थान | फतेहपुर बिन्दकी, उत्तरप्रदेश | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| विविध | |
| फ़िराक़ गोरखपुरी पुरस्कार, उत्तरप्रदेश उर्दू एकैडमी पुरस्कार, इम्तियाज़-ए-मीर पुरस्कार, जयशंकर प्रसाद पुरस्कार, मौलान मुहम्मद अली ज़ौहर पुरस्कार, उर्दू अदब पुरस्कार, उर्दू गज़ल पुरस्कार | |
| जीवन परिचय | |
| अनीस अंसारी / परिचय | |
ग़ज़लें
- ज़र्द बादल मेरी धरती पर उतर जाने को है / अनीस अंसारी
 - बड़ी लज़्ज़त मिली दरबार से हक़ बात कहने में / अनीस अंसारी
 - दर्द अच्छा था रहा दिल में ही लावा न हुआ / अनीस अंसारी
 - जब तेरी नज़रों से देखा तो बहुत ख़ूब लगी / अनीस अंसारी
 - आँधी पुराने पेड़ गिरा कर चली गई / अनीस अंसारी
 - गर मैं मिलने न गया उसने बुलाया भी न था / अनीस अंसारी
 - मुझ पे हर ज़ुल्म रवा रख कि मैं जो हूँ सो हूँ / अनीस अंसारी
 - लुटेरे मौज हाकिम हो गये हैं / अनीस अंसारी
 - दिल पर यूँ ही चोट लगी तो कुछ दिन ख़ूब मलाल किया / अनीस अंसारी
 - हम फ़क़ीराना शान वाले हैं / अनीस अंसारी
 - साज़िश-ए-दरबार थी और कुछ न था / अनीस अंसारी
 - यार था दरबार था बज़्म-ए-अता थी मैं न था / अनीस अंसारी
 - मैं बेक़ुसूर था लेकिन क़ुसूरवार रहा / अनीस अंसारी
 - होता मेरे घर भी बड़ा सामान वग़ैरह / अनीस अंसारी
 - नूर पकड़ो ख़ुदा मम्बा-ए-नूर है / अनीस अंसारी
 - आजकल जब कि मेरे पास है फ़ुरसत जानां / अनीस अंसारी
 - मेरे नालों से ज़ालिम ख़ुद को इतना तंग कर बैठा / अनीस अंसारी
 - ख़ून सस्ता है मगर यूँ न पिया जाये मुझे / अनीस अंसारी
 - चोट लगी तो अपने अन्दर चुपके चुपके रो लेते हो / अनीस अंसारी
 - है मेरा नाम मुहम्मद सो मुझे आ के पकड़ / अनीस अंसारी
 - कोई आये अभी और आग लगाये मुझको / अनीस अंसारी
 - दिल जो टूटा तो नई बात है क्या? कुछ भी नहीं / अनीस अंसारी
 - दर्द होता है बहुत, इश्क़ न सहना भाई / अनीस अंसारी
 - तुम्हारे ग़म का मौसम है अभी तक / अनीस अंसारी
 
	
	
