नीचे दिये हुए पृष्ठ निरुपमा, करना मुझको क्षमा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर से जुडते हैं:
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- खोलो यह तिमिर-द्वार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- हे नवीना / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- यदि नहीं चीन्ह मैं पाऊँ, क्या चीन्ह मुझे वह लेगा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- रखो मत अँधेरे में दो मुझे निरखने / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- चुप-चुप रहना सखि / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- बजो, रे बंशी, बजो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- बह रही आनन्दधारा भुवन में / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- सोने के पिंजरे में नहीं रहे दिन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- परवासी, आ जाओ घर / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- आज जागी क्यों मर्मर-ध्वनि ! / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- किसका आघात हुआ फिर मेरे द्वार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- आज बादल-गगन, गोधूली-लगन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- मैंने पाया उसे बार-बार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- मन के मंदिर में लिखना सखि / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- जो गए उन्हें जाने दो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- फागुन में आई है माधवी / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- व्याकुल यह बादल की साँझ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- बजते नूपुर रुनझुन-रुनझुन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- आलोकित अमल कमल किसने यह खिला दिए / रवीन्द्रनाथ ठाकुर (← कड़ियाँ)
- तुम आओ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर / प्रयाग शुक्ल (← कड़ियाँ)