भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शहंशाह आलम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
{{KKCatBihar}} | {{KKCatBihar}} | ||
====कविता-संग्रह==== | ====कविता-संग्रह==== | ||
+ | * '''[[गर दादी की कोई खबर आए/ शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[अभी शेष है पृथ्वी-राग/ शहंशाह आलम]]''' | ||
* '''[[अच्छे दिनों में ऊँटनियों का कोरस / शहंशाह आलम]]''' | * '''[[अच्छे दिनों में ऊँटनियों का कोरस / शहंशाह आलम]]''' | ||
* '''[[वितान / शहंशाह आलम]]''' | * '''[[वितान / शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[इस समय की पटकथा/ शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[थिरक रहा देह का पानी/ शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[आग मुझ में कहाँ नहीं पाई जाती/ शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[ख़ानाबदोशी/ शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[मेरी बाँसुरी मेरी भाषा है/ शहंशाह आलम]]''' | ||
+ | * '''[[कल का मौसम बढ़िया होगा/ शहंशाह आलम]]''' | ||
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ||
* [[अभिनेत्री / शहंशाह आलम]] | * [[अभिनेत्री / शहंशाह आलम]] |
14:21, 18 अगस्त 2024 के समय का अवतरण
शहंशाह आलम
जन्म | 15 जुलाई 1966 |
---|---|
जन्म स्थान | मुंगेर, बिहार, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
गर दादी की कोई खबर आए(1993),अभी शेष है पृथ्वी-राग (1995),अच्छे दिनों में ऊंटनियों का कोरस (2009), वितान (2010) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
शहंशाह आलम / परिचय |
कविता-संग्रह
- गर दादी की कोई खबर आए/ शहंशाह आलम
- अभी शेष है पृथ्वी-राग/ शहंशाह आलम
- अच्छे दिनों में ऊँटनियों का कोरस / शहंशाह आलम
- वितान / शहंशाह आलम
- इस समय की पटकथा/ शहंशाह आलम
- थिरक रहा देह का पानी/ शहंशाह आलम
- आग मुझ में कहाँ नहीं पाई जाती/ शहंशाह आलम
- ख़ानाबदोशी/ शहंशाह आलम
- मेरी बाँसुरी मेरी भाषा है/ शहंशाह आलम
- कल का मौसम बढ़िया होगा/ शहंशाह आलम
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अभिनेत्री / शहंशाह आलम
- ज़रूरी पत्रों का खोना / शहंशाह आलम
- वे सुन नहीं सकते / शहंशाह आलम
- काठमांडू मैं गया कलकत्ता मैं घूमा / शहंशाह आलम
- खीरा / शहंशाह आलम
- मैं भी कहूंगा / शहंशाह आलम
- हत्या के इस समय में / शहंशाह आलम
- धार्मिक विचारों को लेकर / शहंशाह आलम
- मैं हारा हुआ सूफ़ी / शहंशाह आलम
- तोड़ा गया न जाने क्या-क्या / शहंशाह आलम
- जिधर घूमता हूँ / शहंशाह आलम
- हमारे लोकतंत्र में / शहंशाह आलम
- जनतंत्र का शोकगीत / शहंशाह आलम
- सब कुछ बचा रहेगा / शहंशाह आलम
- इस तरह हमारी शक्ल / शहंशाह आलम
- अगर तुम पूछो / शहंशाह आलम
- डराता है यह समय / शहंशाह आलम
- कुम्हार अकेला शख्स होता है / शहंशाह आलम
- रंग / शहंशाह आलम
- न देवता न ईश्वर / शहंशाह आलम
- छू-मंतर / शहंशाह आलम
- बारिश / शहंशाह आलम
- जब रंगों की बात चलती है / शहंशाह आलम