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+ | * [[चलेगा तो चूम लेगी राह तेरे भी क़दम / जयप्रकाश त्रिपाठी]] | ||
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+ | * [[जो फ़सलें बो रहा हूँ, जो उगा रहा हूँ मैं / जयप्रकाश त्रिपाठी]] | ||
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+ | * [[आज क्यों इस तरह से पास मेरे आई सुबह / जयप्रकाश त्रिपाठी]] | ||
+ | * [[कहर से लड़ते मुफ़लिसों के गीत गाता रहा / जयप्रकाश त्रिपाठी]] |
20:29, 21 नवम्बर 2017 का अवतरण
जयप्रकाश त्रिपाठी
जन्म | 28 मई1956 |
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जन्म स्थान | आजमगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
ईश्वर तुम नहीं हो, तुक-बेतुक (दोनों कविता-संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जयप्रकाश त्रिपाठी / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- आगे-आगे कौवा नाचैं, पीछे से मुँहझौवा नाचैं / जयप्रकाश त्रिपाठी
- तेल देखिए और तेल की धार देखिए / जयप्रकाश त्रिपाठी
- रोज़-रोज़ का मरना, जीना कितनी बार / जयप्रकाश त्रिपाठी
- हम उसकी नहीं सुनते / जयप्रकाश त्रिपाठी
- ग़रीबों की होली / जयप्रकाश त्रिपाठी
- लड़ती हुई लड़की / जयप्रकाश त्रिपाठी
- दोहे / जयप्रकाश त्रिपाठी
- पढ़ो- पढ़ो अख़बार पढ़ो, समाचार दुमदार पढ़ो / जयप्रकाश त्रिपाठी
ग़ज़लें
- आसमाँ हरसिंगार लगता है / जयप्रकाश त्रिपाठी
- कितना अपना हूँ मैं, पराया हूँ / जयप्रकाश त्रिपाठी
- आज उसके काफ़िये हैं तंग कितने / जयप्रकाश त्रिपाठी
- क्यों नहीं होश में रहना चाहे / जयप्रकाश त्रिपाठी
- उधर कितने लोग हैं, कितना अकेलापन इधर / जयप्रकाश त्रिपाठी
- दो तरह के सच में जो फ़र्क है / जयप्रकाश त्रिपाठी
- फिर न कहना कि मुझे भूल से पहचाना नहीं / जयप्रकाश त्रिपाठी
- पसलियों को कस लिया है एक अजगर ने / जयप्रकाश त्रिपाठी
- जैसे कि ज़हर घुल गया हो जाफ़रान में / जयप्रकाश त्रिपाठी
- जो चाहो, इन्तज़ाम करो, अपनी बला से / जयप्रकाश त्रिपाठी
- होश में हैं कि नहीं / जयप्रकाश त्रिपाठी
- ख़ुद के ख़िलाफ़ / जयप्रकाश त्रिपाठी
- चलेगा तो चूम लेगी राह तेरे भी क़दम / जयप्रकाश त्रिपाठी
- जो ज़िन्दा हैं, मैं उनमें हूँ / जयप्रकाश त्रिपाठी
- जो फ़सलें बो रहा हूँ, जो उगा रहा हूँ मैं / जयप्रकाश त्रिपाठी
- उनमें मौजूद हूँ मैं / जयप्रकाश त्रिपाठी
- आज क्यों इस तरह से पास मेरे आई सुबह / जयप्रकाश त्रिपाठी
- कहर से लड़ते मुफ़लिसों के गीत गाता रहा / जयप्रकाश त्रिपाठी