भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अपनी ज़मीन से / प्रेम भारद्वाज" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 56: पंक्ति 56:
 
* [[राबिता क्या ज़रा नहीं होगा / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[राबिता क्या ज़रा नहीं होगा / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[अपनों ने पहले मुख मोड़ा / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[अपनों ने पहले मुख मोड़ा / प्रेम भारद्वाज]]
* [[गर लिरे गर जनाब ख़्वाबों में / प्रेम भारद्वाज]]
+
* [[आ लिए
 +
गर जनाब ख़्वाबों में / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[अगर मुजरों में बिकनी शायरी है / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[अगर मुजरों में बिकनी शायरी है / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[जीवन जिनका है ठन-ठन / प्रेम भारद्वाज]]
 
* [[जीवन जिनका है ठन-ठन / प्रेम भारद्वाज]]

20:25, 17 मई 2009 का अवतरण

अपनी ज़मीन से
Apni zameen se.jpg
रचनाकार प्रेम भारद्वाज
प्रकाशक बृज प्रकाशन

, नगरोटा बगवाँ

वर्ष 2006
भाषा हिन्दी
विषय ग़ज़ल संग्रह
विधा
पृष्ठ 95
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
गर जनाब ख़्वाबों में / प्रेम भारद्वाज]]