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लोकरत्न पंत गुमानी
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लोकरत्न पंत गुमानी
जन्म | 10 मार्च 1790 |
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निधन | 1846 |
उपनाम | लोकरत्न पन्त |
जन्म स्थान | काशीपुर, शहीद उधम सिंह नगर, उत्तराखंड, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
रामनामपंचपंचाशिका, राम महिमा, गंगा शतक, जगन्नाथश्टक, कृष्णाष्टक, रामसहस्त्रगणदण्डक, चित्रपछावली, कालिकाष्टक, तत्वविछोतिनी-पंचपंचाशिका, रामविनय, वि्ज्ञप्तिसार, नीतिशतक, शतोपदेश, ज्ञानभैषज्यमंजरी। | |
विविध | |
कुमाऊँ के लोककवि। कुमाउँनी और नेपाली के प्रथम कवि। | |
जीवन परिचय | |
लोकरत्न पंत गुमानी / परिचय |
नेपाली कृतियाँ
- दुर्जन दूषण / गुमानी पन्त
- संद्रजाष्टकम / गुमानी पन्त
- गंजझाक्रीड़ा पद्धति / गुमानी पन्त
- समस्यापूर्ति / गुमानी पन्त,
- लोकोक्ति अवधूत वर्णनम / गुमानी पन्त
- अंग्रेजी राज्य वर्णनम / गुमानी पन्त
- राजांगरेजस्य राज्य वर्णनम / गुमानी पन्त
- रामाष्टपदी / गुमानी पन्त
- देवतास्तोत्राणि / गुमानी पन्त
कुछ रचनाएँ
- फुटकर श्लोक / गुमानी पन्त
- वनै वनै काफल किलमड़ौ छ / गुमानी
- दूर विलायत जल का रास्ता करा जहाज सवारी है / गुमानी
- विद्या की जो बढती होती, फूट ना होती राजन में / गुमानी
- खासे कपड़े सोने के तो बने बनाये तोड़े लो / गुमानी
- यहाँ ढेला नद्दी, उत बहत गंगा निकट में / गुमानी
- बाजे लोक त्रिलोक नाथ शिव की पूजा करें तो करें / गुमानी
- विष्णु देवाल उखाड़ा ऊपर बंगला बना खरा / गुमानी
- उत्तर दिशि में वन उपवन हिसालू काफल किल्मोड़ा / गुमानी
- हटो फिरंगी हटो यहाँ से / गुमानी
- जजमान भोला परपंचि नारी / गुमानी
- दिन-दिन खजाना का भार का बोकिया ले / गुमानी
- विलायत से चला फिरंगी पहले पहुँचा कलकत्ते…. / गुमानी
- हलिया हाथ पड़ो कठिन लै है गेछ दिन धोपरी…. / गुमानी
- चंदन कर्दम कलहे भेको मध्यस्थतापन्नः / गुमानी
- सुरंगतटी रसखानमही धनकोशभरी यहु नाम रह्यो / गुमानी
- शिरसि जटाजूटं विभ्रत् कौपीनंघृतवान् / गुमानी
- छोटे पे पोशाक बड़े पे ना धोती ना टोपी है / गुमानी
- आई रहा कलि भूतल में छाई रहा सब पाप निशानी / गुमानी
- कथावाले सस्ते फिरत धर पोथी बगल में / गुमानी