भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
फ़रीद क़मर से जुड़े हुए पृष्ठ
Kavita Kosh से
नीचे दिये हुए पृष्ठ फ़रीद क़मर से जुडते हैं:
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- कविता कोश मुखपृष्ठ (← कड़ियाँ)
- रचनाकारों की सूची (← कड़ियाँ)
- उत्तर प्रदेश (← कड़ियाँ)
- हमने समझा था कि बस इक कर्बला है ज़िन्दगी / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- सच बोले कौन? कोई भी अब मिल नहीं रहा / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- ताबिन्दा रौशनी की ख़बर ले के आएगी / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- हर मौसम को सावन सा मौसम कर देता है / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- कितने ग़म से रोज़ टकराना पड़ा / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- हुजूमे-ग़म में घुट कर हर ख़ुशी दम तोड़ देती है / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- बहुत ही सख्त हैं, अश्कों से तर नहीं होते / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- शाम में रंगे-शफ़क़ बन कर बिखरता कौन है / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- मैं भूली बिसरी याद, टूटा ख्वाब होने वाला हूँ / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- ज़ेरे-पा इक जहान रखते हैं / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- धमकियों से डर न जाए आईना / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- गली गली था, नगर नगर था, डगर डगर था / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- बहुत कठिन था, मगर सर ये मरहला तो हुआ / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- याद आती रही वो नज़र रात भर / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- कुछ निशाने-ज़िन्दगी, कुछ नक़्शे-पा ले जायेंगे / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- हरा था ज़ख्म जो बरसों से, भरने वाला है / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- मैं हँस पड़ा हूँ बहुत ज़ोर से, मगर कैसे / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- ज़ुल्मतों के वार दम-ब-दम हुए / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- सदमे हज़ारों, रंजे-दिलो-जान थे बहुत / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- रवाँ दवाँ था रगों में जो ज़िन्दगी की तरह / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- इश्क़, रस्मों के मुक़ाबिल आया क्या? / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- ग़म को भी तराश कर ख़ुशी बना दिया / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- कुछ अशआर / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- इस शहर के रहने वालों पर / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)
- जो तेरा मेरा रिश्ता था / फ़रीद क़मर (← कड़ियाँ)