भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सदस्य योगदान
Kavita Kosh से
(सबसे नया | सबसे पुराना) देखें (नये 50 | पुराने 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)
- 10:47, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-5) . . तमन्नाओं को जैसे क़ुव्वते -परवाज़ देती है / मयंक अवस्थी (मौजूदा)
- 10:46, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-6) . . तमन्नाओं को जैसे क़ुव्वते -परवाज़ देती है / मयंक अवस्थी
- 10:46, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,605) . . न तमन्नाओं को जैसे क़ुव्वते -परवाज़ देती है / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> तमन्नाओं को …)
- 10:44, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,377) . . न इसी ख़ातिर तो उसकी आरती हमने उतारी है / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> इसी ख़ातिर तो …) (मौजूदा)
- 06:31, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,774) . . मयंक अवस्थी
- 06:13, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+141) . . साँचा:KKSamachaar
- 06:11, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-6) . . साँचा:KKSamachaar (Shrddha (वार्ता) के अवतरण 125896 को पूर्ववत किया)
- 06:11, 22 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+6) . . साँचा:KKSamachaar
- 11:31, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . कृष्ण कुमार ‘नाज़’
- 11:27, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+457) . . वार्ता:किशन सरोज / परिचय (मौजूदा)
- 11:25, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+307) . . वार्ता:चांदनी की चूनर ज़मीन पर है / कृष्ण बिहारी 'नूर' (→Namskaar: नया विभाग) (मौजूदा)
- 11:22, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+30) . . कृष्ण बिहारी 'नूर'
- 11:21, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-123) . . कृष्ण बिहारी 'नूर'
- 11:20, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-142) . . चांदनी की चूनर ज़मीन पर है / कृष्ण बिहारी 'नूर' (पृष्ठ से सम्पूर्ण विषयवस्तु हटा रहा है) (मौजूदा)
- 11:19, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-174) . . किशन सरोज
- 11:18, 21 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-3) . . किशन सरोज
- 08:26, 18 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+60) . . बेनियाज़-ए-ग़म-ए-पैमान-ए-वफ़ा हो जाना / फ़राज़ (मौजूदा)
- 08:04, 18 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1) . . फिर उसी राहगुज़र पर शायद / फ़राज़
- 08:03, 18 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+449) . . फिर उसी राहगुज़र पर शायद / फ़राज़
- 07:58, 18 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+74) . . अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे / फ़राज़ (मौजूदा)
- 07:55, 18 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-10) . . तू पास भी हो तो दिल बेक़रार अपना है / फ़राज़ (मौजूदा)
- 07:55, 18 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,150) . . न जिससे ये तबियत बड़ी मुश्किल से लगी थी / फ़राज़ (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अहमद फ़राज़ |संग्रह=ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी ! / फ़राज़…) (मौजूदा)
- 12:37, 1 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-16) . . वजह है इश्क़ के ज़िन्दा रहने की / श्रद्धा जैन (मौजूदा)
- 12:37, 1 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,727) . . न वजह है इश्क़ के ज़िन्दा रहने की / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatNazm}} <poem> गुलों को वजह मिल गई है महक…)
- 12:35, 1 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,019) . . न बाबा अब तो आँखें खोल / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatGhazal}} <poem> प्यार में बिक जाये बेमोल …)
- 12:27, 1 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+840) . . न मेरे घर के रास्ते में आसमाँ और कहकशां हैं / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatGhazal}} <poem> लहलहाते खेत, पर्वत, वादि…) (मौजूदा)
- 12:25, 1 अगस्त 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+370) . . श्रद्धा जैन
- 19:56, 15 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,486) . . न हिन्दू-मुस्लिम एक हुए जब, तब जा कर आज़ाद हुए.. / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatGhazal}} <poem> मौसम बदला, रुत बदली है, यू…)
- 19:54, 15 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+154) . . श्रद्धा जैन
- 19:38, 15 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-26) . . क्या वो लम्हा ठहर गया होगा.. / श्रद्धा जैन
- 11:56, 14 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+652) . . न मुस्कराना मुझे भी आता है / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatGhazal}} <poem> मुस्कराना मुझे भी आता है…) (मौजूदा)
- 11:49, 14 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+4) . . मुश्किलें आएँगी जब, ये फैसला हो जाएगा / श्रद्धा जैन (मौजूदा)
- 10:10, 14 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+14) . . वो लौट न पाएँगे मालूम न था हमको / श्रद्धा जैन (मौजूदा)
- 09:17, 14 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . जब बुरा बन गया, भला न हुआ / श्रद्धा जैन (मौजूदा)
- 09:17, 14 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+130) . . जब बुरा बन गया, भला न हुआ / श्रद्धा जैन
- 09:07, 14 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-110) . . श्रद्धा जैन
- 09:28, 13 जुलाई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-37) . . श्रद्धा जैन
- 20:45, 9 जून 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+767) . . न जब बुरा बन गया, भला न हुआ / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatGhazal}} <poem> मुझसे इतना भी हौसला न हुआ…)
- 20:43, 9 जून 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+106) . . श्रद्धा जैन
- 21:49, 25 मार्च 2011 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . मेरी पहचान रहेगी मेरे अफसानों में / श्रद्धा जैन (मौजूदा)
- 22:20, 10 मार्च 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,674) . . न मेरी पहचान रहेगी मेरे अफसानों में / श्रद्धा जैन (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= श्रद्धा जैन }} {{KKCatGhazal}} <poem> जैसे होती थी किसी दौर में…)
- 22:12, 10 मार्च 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+133) . . श्रद्धा जैन
- 18:13, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,551) . . न किरदार खोलती है बयानात की महक / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> किरदार खोलती …) (मौजूदा)
- 18:13, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+2,108) . . न उसे पहनो न पहनो क्या कभी बदरंग लगता है / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> उसे पहनो न पहन…) (मौजूदा)
- 18:12, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,949) . . न अधूरा ख़्वाब दिन चढ़ने पे मिट्टी बन ही जाता है / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> अँधेरी रात मे…) (मौजूदा)
- 18:11, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,076) . . न वही अज़ाब वही आसरा भी जीने का / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> वही अज़ाब वही आ…) (मौजूदा)
- 18:10, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,637) . . न वो सुकूँ है जबसे निकला हूँ उमस भरे मकाँ से / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> वो सुकूँ है जब…) (मौजूदा)
- 18:09, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,334) . . न मेरी ही धूप के टुकड़े चुरा के लाता है / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> मेरी ही धूप के …) (मौजूदा)
- 18:08, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,637) . . न तुम्हारी धूप में फूलों को जब हयात मिली / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> वो सुकूँ है जब…) (मौजूदा)
- 18:07, 24 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,395) . . न सादगी पहचान जिसकी ख़ामुशी आवाज़ है / मयंक अवस्थी (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मयंक अवस्थी |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} <poem> सादगी पहचान जिस…) (मौजूदा)
(सबसे नया | सबसे पुराना) देखें (नये 50 | पुराने 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)