फुटपाथ पर कुर्सी
रचनाकार | कात्यायनी |
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प्रकाशक | परिकल्पना प्रकाशन, जनचेतना डि-68, निरालानगर, लखनऊ--226 020 |
वर्ष | जनवरी 2006 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 200 |
ISBN | |
विविध |
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- अपने, अपनी कविताओं और उनकी रचना-प्रक्रिया के बारे में / कात्यायनी
- मुख़्तसर-सी कुछ बातें / कात्यायनी
- मरते हुए लोग-1 / कात्यायनी
- मरते हुए लोग-2 / कात्यायनी
- लौटने के बारे में-1 / कात्यायनी
- लौटने के बारे में-2 / कात्यायनी
- बढ़ती हुई उम्र के बारे में / कात्यायनी
- मुहरबन्द पत्र / कात्यायनी
- सिंहावलोकन / कात्यायनी
- कविता, प्यार और विद्रोह के मामलों में / कात्यायनी
- निजता / कात्यायनी
- चीज़ें अपनी जगह / कात्यायनी
- हमारे समय की कुछ काव्य-विस्मृत क्रियाएँ / कात्यायनी
- परिभाषा / कात्यायनी
- क्षण / कात्यायनी
- चाहत / कात्यायनी
- उपस्थिति / कात्यायनी
- समझ / कात्यायनी
- अहसास / कात्यायनी
- यह एक दिन / कात्यायनी
- यात्रा / कात्यायनी
- शिनाख़्त / कात्यायनी
- भटकन / कात्यायनी
- अन्वेषण / कात्यायनी
- कविता की जगह / कात्यायनी
- अजनबियों के गीत / कात्यायनी
- चोरी-छिपे / कात्यायनी
- परदुःखकातरता / कात्यायनी
- आत्मकातरता / कात्यायनी
- नतीजे के तौर पर / कात्यायनी
- अपने बारे में / कात्यायनी
- एक घनाक्षरी नए रंग में / कात्यायनी
- सदी के अन्त में पूर्वजों का आवाहन / कात्यायनी
- गाओ! गाने की पुनर्जागृत अदम्य ललक और... / कात्यायनी
- ’कुर्स्क’ के कैप्टन की अन्तिम चिट्ठी पत्नी के नाम / कात्यायनी
- पीढ़ियों का संघर्ष / कात्यायनी
- एक कवि की आत्महत्या / कात्यायनी
- पाखण्ड-व्रत-कथा / कात्यायनी
- आखेट / कात्यायनी
- संश्यात्मा विनश्यति / कात्यायनी
- भूमण्डलीकरण का शास्त्रीय संगीत / कात्यायनी
- दिल्ली में कवि-कर्म / कात्यायनी
- कामकाजू समझ की एक बात / कात्यायनी
- बच गया! / कात्यायनी
- आशंका / कात्यायनी
- नुस्ख़ा / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-1 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-2 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-3 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-4 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-5 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-6 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-7 / कात्यायनी
- दुनिया बदलने के बारे में कतिपय सुधीजनोम के विचार-8 / कात्यायनी
- ईमानदार आत्मस्वीकृतियों की एक और पवित्र-नशीली रात / कात्यायनी
- परिस्थितियों से चेतना की निर्मिति का एक और उदाहरण / कात्यायनी
- दायित्व-निर्वाह / कात्यायनी
- प्रतिरोध-कर्म / कात्यायनी
- मंसूबे / कात्यायनी
- रहें किनारे बैठ / कात्यायनी
- सागर तट पर जीवन जैसे / कात्यायनी
- सागर कब साहस देता है? / कात्यायनी
- चाँदनी पूरनमासी की / कात्यायनी
- कुहरे की दीवार खड़ी है / कात्यायनी
- तारों भरे आसमान के नीचे एक खिलन्दड़ा विचार / कात्यायनी
- ठूँठ खड़ा है / कात्यायनी
- बिन पातों के पेड़ खड़ा है / कात्यायनी
- झील किनारे / कात्यायनी
- आँधी में नाचे है तितली / कात्यायनी
- अग्नि धर्म है शुचिता का, सुन्दरता का / कात्यायनी
- रंगों और उम्मीदों की कुछ बातें / कात्यायनी
- फुटपाथ पर कुर्सी (कविता) / कात्यायनी
- एक खोई हुई कविता का महाख्यान / कात्यायनी
- गुजरात-2002 (एक बीहड़ देशकाल की बेहद सपाट कविता) / कात्यायनी
- गुजरात-2002 / कात्यायनी
- गुजरात-2002. / कात्यायनी
- आह मेरे लोगो! ओ मेरे लोगो!! (गुजरात-2002) / कात्यायनी
- पनप रही जो कौम्ध पौध-सी / कात्यायनी
- विद्रोही का दुःख / कात्यायनी
- छापामार योद्धा का दुःख / कात्यायनी
- मसखरे का दुःख / कात्यायनी
- लेखक का दुःख / कात्यायनी
- कवि का दुःख / कात्यायनी
- व्यापारी का दुःख / कात्यायनी
- स्त्री का दुःख / कात्यायनी
- बच्चे का दुःख कात्यायनी
- द्वार का दुःख / कात्यायनी
- खिड़की का दुःख / कात्यायनी
- समय का दुःख / कात्यायनी
- सबसे बड़ा दुःख / कात्यायनी
- पुनश्च : हमारा समय और कविता / कात्यायनी
- समीक्षक सम्मति : कात्यायनी की कविताओं के बारे में / कात्यायनी