नीचे दिये हुए पृष्ठ 'अना' क़ासमी से जुडते हैं:
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- कभी वो शोख़ मेरे दिल की अंजुमन तक आए / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये फ़ासले भी, सात समन्दर से कम नहीं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- माने जो कोई बात, तो इक बात बहुत है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- कभी हाँ कुछ, मेरे भी शेर पैकर में रहते हैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- बहुत वीरान लगता है, तिरी चिलमन का सन्नाटा / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ख़बर है दोनों को दोनों से दिल लगाऊँ मैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- यूँ इस दिले नादाँ से रिश्तों का भरम टूटा / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये अपना मिलन जैसे इक शाम का मंज़र है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- दिल की हर धड़कन है बत्तिस मील में / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- खैंची लबों ने आह कि सीने पे आया हाथ / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये मक़ामे इश्क़ है कौनसा, कि मिज़ाज सारे बदल गए / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उससे कहना कि कमाई के न चक्कर में रहे / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- पैसा तो खुशामद में, मेरे यार बहुत है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उसको नम्बर देके मेरी और उलझन बढ़ गई / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गए हैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उस क़ादरे-मुतलक़ से बग़ावत भी बहुत की / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- फ़न तलाशे है दहकते हुए जज़्बात का रंग / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- कैसा रिश्ता है इस मकान के साथ / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- कुछ चलेगा जनाब, कुछ भी नहीं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये शबे-अख़्तरो-क़मर चुप है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- छू जाए दिल को ऐसा कोई फ़न अभी कहाँ / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- जो ज़बाँ से लगती है वो कभी नहीं जाती / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा /'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गये हैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- वो अभी पूरा नहीं था हाँ मगर अच्छा लगा / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- हमारे बस का नहीं है मौला ये रोज़े-महशर हिसाब देना / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- बर्थ पर लेट के हम सो गये आसानी से / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- चलो जाओ ,हटो कर लो तुम्हें जो वार करना है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- तेरी इन आंखों के इशारे पागल हैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- अब हलो हाय में ही बात हुआ करती है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- अक्सर मिलना ऐसा हुआ बस / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उल्फ़त का फिर मन है बाबा / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- मेरा खूने-जिगर होने को है फिर / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- आप इस छोटे से फ़ितने को जवां होने तो दो / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- जाने क्या दुश्मनी है शाम के साथ / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- आराइशे-खुर्शीदो-क़मर किसके लिए है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- रोज़ चिकचिक में सर खपायें क्या / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- हवाओं के साज़ पर/ 'अना' कासमी (← कड़ियाँ)
- ख़बर है दोनों को दोनों से दिल लगाऊँ मैं/ ‘अना’ (← कड़ियाँ)
- बहुत वीरान लगता है तेरी चिलमन का सन्नाटा / ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ख़बर है दोनों को दोनों से दिल लगाऊँ मैं/ ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
- खेंची लबों ने आह के सीने पे आया हाथ / ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
- कभी हां कुछ मिरे भी शेर के पैकर में रहते हैं / ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
- माने जो कोई बात तो इक बात बहुत है / ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
- दिल की हर धड़कन है बत्तिस मील में / ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये अपना मिलन जैसे इक शाम का मंज़र है / ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)
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- कभी वो शोख़ मिरे दिल की अंजुमन तक आए/ ‘अना’ क़ासमी (← कड़ियाँ)