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"आल्हा / भोजपुरी" के अवतरणों में अंतर

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* [[आल्हा ऊदल / भाग 1 / भोजपुरी]]
लागल कचहरी जब आल्हा के बँगला बड़े-बड़े बबुआन
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* [[आल्हा ऊदल / भाग 2 / भोजपुरी]]
लागल कचहरी उजैनन के बिसैनन के दरबार
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 3 / भोजपुरी]]
नौ सौ नागा नागपूर के नगफेनी बाँध तरवार
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 4 / भोजपुरी]]
बैठल काकन डिल्ली के लोहतमियाँ तीन हजार
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 5 / भोजपुरी]]
मढ़वर तिरौता करमवार है जिन्ह के बैठल कुम्ह चण्डाल
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 6 / भोजपुरी]]
झड़ो उझनिया गुजहनिया है बाबू बैठल गदहियावाल
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 7 / भोजपुरी]]
नाच करावे बँगला में मुरलिधर बेन बजाव
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 8 / भोजपुरी]]
मुरमुर मुरमुर बाजे सरंगी जिन्ह के रुन रुन बाजे सितार
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 9 / भोजपुरी]]
तबला चटके रस बेनन के मुखचंद सितारा लाग
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 10 / भोजपुरी]]
नाचे पतुरिया सिंहल दीप के लौंड़ा नाचे गोआलियरवाल
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 11 / भोजपुरी]]
तोफा नाचे बँगला के बँगला होय परी के नाच
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 12 / भोजपुरी]]
सात मन का कुण्डी दस मन का घुटना लाग
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 13 / भोजपुरी]]
घैला अठारह सबजी बन गैल नौ नौ गोली अफीम
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 14 / भोजपुरी]]
चौदह बत्ती जहरन के आल्हा बत्ती चबावत बाय
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 15 / भोजपुरी]]
पुतली फिर गैल आँखन के अँखिया भैल रकत के धार
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 16 / भोजपुरी]]
चेहरा चमके रजवाड़ा के लड़वैया शेर जवान
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 17 / भोजपुरी]]
अम्बर बेटा है जासर के अपना कटले बीर कटाय
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 18 / भोजपुरी]]
जिन्ह के चलले धरती हीले डपटै गाछ झुराय
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 19 / भोजपुरी]]
ओहि समन्तर रुदल पहुँचल बँगला में पहुँचल जाय
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 20 / भोजपुरी]]
देखल सूरत रुदल के आल्हा मन में करे गुनान
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 21 / भोजपुरी]]
देहिया देखें तोर धूमिल मुहवाँ देखों उदास
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 22 / भोजपुरी]]
कौन सकेला तोर पड़ गैल बाबू कौन ऐसन गाढ़
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 23 / भोजपुरी]]
भेद बताब तूँ जियरा के कैसे बूझे प्रान हमार
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 24 / भोजपुरी]]
हाथ जोड़ के रुदल बोलल भैया सुन धरम के बात
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 25 / भोजपुरी]]
पड़ि सकेला है देहन पर बड़का भाइ बात मनाव
+
* [[आल्हा ऊदल / भाग 26 / भोजपुरी]]
पूरब मारलों पुर पाटन में जे दिन सात खण्ड नेपाल
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पच्छिम मारलों बदम जहौर दक्खिन बिरिन पहाड़
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चार मुलुकवा खोजि ऐलों कतहीं नव जोड़ी मिले बार कुआँर
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कनियाँ जामल नैना गढ़ में राजा इन्दरमन के दरबार
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बेटी सयानी सम देवा के बर माँगल बाघ जुझर
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बड़ि लालसा है जियरा में जो भैया के करौं
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बियाह करों बिअहवा सोनवा से
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एतना बोली आल्हा सुन गैल आल्हा मन मन करे गुनान
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जोड़ गदोइ अरजी होय गैल बबुआ रुदल कहना मान हमार
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जन जा रुदल नैनागढ़ में बबुआ किल्ला तूरे मान के नाहिं
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बरिया राजा नैना गढ़ के लोहन में बड़ चण्डाल
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बावन दुलहा के बँधले बा साढ़े सात लाख बरियात
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समधी बाँधल जब गारत में अगुआ बेड़ी पहिरलन जाय
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भाँट बजनियाँ कुल्हि चहला भैल मँड़वा के बीच मँझार
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एकहा ढेकहो ढेलफुरवा मुटघिंचवा तीन हजार
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मारल जेबव् नैनागढ़ में रुदल कहना मान हमार
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केऊ बीन नव्बा जग दुनिया में जे सोनवा से करे बियाह
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जन जा रुदल नैना गढ़ में बबुआ कहना मान हमार
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प्रतना बोली रुदल सुन गैल रुदल बर के भैल अँगार
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हाथ जोड़ के रुदल बोलल भेया सुनी बात हमार
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कादर भैया तूँ कदरैलव् तोहरो हरि गैल ग्यान तोहार
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धिरिक तोहरा जिनगी के जग में डूब गैल तरवार
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जेहि दिन जाइब नैना गढ़ में अम्बा जोर चली तरवार
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टूबर देहिया तूँ मत देखव् झिलमिल गात हमार
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जेहि दिन जाइब नैना गढ़ में दिन रात चली तरवार
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एतना बोली आल्हा सुन गैल आल्हा बड़ मोहित होय जाय
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हाथ जोड़ के आल्हा बोलल बाबू सुनव् रुदल बबुआन
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केत्त मनौलों बघ रुदल के बाबू कहा नव् मनलव् मोर
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लरिका रहल ता बर जोरी माने छेला कहा नव् माने मोर
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जे मन माने बघ रुदल से मन मानल करव् बनाय
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एतना बोली रुदल सुन गैल रुदल बड़ मंड्गन होय जाय
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दे धिरकारीरुदल बोलल भैया सुनीं गरीब नेवाज
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डूब ना मूइलव् तूँ बड़ भाइ तोहरा जीअल के धिरकार
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बाइ जनमतव् तूँ चतरा घर बबुआ नित उठ कुटतव् चाम
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जात हमार रजपूतन के जल में जीबन है दिन चार
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चार दिन के जिनगानी फिर अँधारी रात
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दैब रुसिहें जिब लिहें आगे का करिहें भगवान
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जे किछु लिखज नरायन बिध के लिखल मेंट नाहिं जाय
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13:44, 17 मई 2014 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात