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ज्ञान प्रकाश विवेक
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ज्ञान प्रकाश विवेक
जन्म | 30 जनवरी 1949 |
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जन्म स्थान | बहादुरगढ़, हरियाणा, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
प्यास की ख़ुश्बू (1980), धूप के हस्ताक्षर (1984), दीवार से झाँकती रोशनी | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
ज्ञान प्रकाश विवेक / परिचय |
रचना संग्रह
- गुफ़्तगू अवाम से है / ज्ञान प्रकाश विवेक (ग़ज़ल संग्रह)
- आंखो में आसमान / ज्ञान प्रकाश विवेक (ग़ज़ल संग्रह)
- धूप के हस्ताक्षर / ज्ञान प्रकाश विवेक (ग़ज़ल संग्रह)
- दीवार से झाँकती रोशनी / ज्ञान प्रकाश विवेक (कविता संग्रह)
- प्यास की ख़ुशबू / ज्ञान प्रकाश विवेक (ग़ज़ल संग्रह)
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अभी तो आँच में पककर ज़रा तैयार होने हैं / ज्ञान प्रकाश विवेक
- वक़्त के साथ ढल गया हूँ मैं / ज्ञान प्रकाश विवेक
- जब लगी भूख तो पाषाण चबाए उसने / ज्ञान प्रकाश विवेक
- लड़ाई अब हमारी ठन रही है / ज्ञान प्रकाश विवेक
- हाथ पर आसमान / ज्ञान प्रकाश विवेक
- कर्फ़्यू का मारा शहर / ज्ञान प्रकाश विवेक
- ख़ुद से मुँह छुपाके / ज्ञान प्रकाश विवेक
- अँधेरे की पुरानी चिट्ठियाँ / ज्ञान प्रकाश विवेक
- टूटे हुए पर की बात / ज्ञान प्रकाश विवेक
- दिल्ली शिकागो बन रही है / ज्ञान प्रकाश विवेक
- तमाम घर को बयाबाँ बना के रखता था / ज्ञान प्रकाश विवेक
- तेरा शो-केस भी क्या खूब ठसक रखता था / ज्ञान प्रकाश विवेक
- उसने इतना तो सलीका रक्खा / ज्ञान प्रकाश विवेक
- सब पुरानी निशानियाँ गुम-सुम / ज्ञान प्रकाश विवेक
- बात करता है इतने अहंकार की / ज्ञान प्रकाश विवेक
- मैं शीशे की तरह गर टूट जाता / ज्ञान प्रकाश विवेक
- अगर मैं धूप के सौदागरों से डर जाता / ज्ञान प्रकाश विवेक
- मैं अपने हौसले को यकीनन बचाऊँगा / ज्ञान प्रकाश विवेक
- हवा से छोड़ अदावत कि दोस्ती का सोच / ज्ञान प्रकाश विवेक
- बुरे दिनों का आना-जाना लगा रहेगा / ज्ञान प्रकाश विवेक
- दिन का था कभी डर तो कभी रात का डर था / ज्ञान प्रकाश विवेक
- तेज़ बारिश हो या हल्की, भीग जाएँगे ज़रूर / ज्ञान प्रकाश विवेक
- पता नहीं कि वो किस ओर मोड़ देगा मुझे / ज्ञान प्रकाश विवेक
- ऐसे कर्फ़्यू में भला कौन है आने वाला / ज्ञान प्रकाश विवेक
- सभी को कीमती कपड़े पहन के आने हैं / ज्ञान प्रकाश विवेक
- जो ख़ुद कुशी के बहाने तलाश करते हैं / ज्ञान प्रकाश विवेक
- वो मेरे जिस्म के अन्दर है ज़लज़लों की तरह / ज्ञान प्रकाश विवेक
- लम्हा-लम्हा पिघलती आवाज़ें / ज्ञान प्रकाश विवेक
- जला के तीलियाँ अब दोस्त मिलने आया है / ज्ञान प्रकाश विवेक
- ज़िन्दगी के लिए इक ख़ास सलीक़ा रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक
- पेड़ पर्वत परिन्दे सभी प्रार्थना / ज्ञान प्रकाश विवेक
- ये तमाशा भी अजबतर देखा / ज्ञान प्रकाश विवेक
- मैं इक चराग हूँ जलना है ज़िन्दगी मेरी / ज्ञान प्रकाश विवेक