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धूप की लहरें / गोपीकृष्ण 'गोपेश'

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धूप की लहरें
Gopikrishna Gopesh, book.jpg
रचनाकार गोपीकृष्ण 'गोपेश'
प्रकाशक साहित्य भवन लिमिटेड, प्रयाग
वर्ष 1944
भाषा हिन्दी
विषय कविता
विधा गीत
पृष्ठ 88
ISBN
विविध इस गीत संग्रह की भूमिका सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला ने लिखी है।
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ

रात्रि का अन्धकार

सुबह का धुन्धलापन

धूप की लहरें

  • [[गगन के पार / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[मैं चलता हूँ तो / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[मैं रोकर हँसता-गाता हूँ ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[प्यारे हो तुम ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[बताओ / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[बतलाओ तो / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[स्वप्न ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[ब्रह्मा पूजे -- शंकर पूजे ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[दीवाली ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[होली ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[दूधवाली ! / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[? / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[मैंने / गोपीकृष्ण 'गोपेश']
  • [[चल पड़ा मैं / गोपीकृष्ण 'गोपेश']