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गीतावली/ तुलसीदास / पृष्ठ 12 से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- रहि चलिये सुंदर रघुनायक। / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - राम!हौं कौन जतन घर रहिहौं? / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - सोहैं साँवरे पथिक, पाछे ललना लोनी/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - सखि सरद बिमल/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - माई मन के मोहन/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - सखि नीके कै निरखि/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - देखु कोऊ परम सुंदर सखि! बटोही।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - कुँवर साँवरो री सजनी! / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - तु देखि देखि री! पथिक परम सुंदर दोऊ/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - नृपहिं कुँवर राजत मग जात।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - फिरि फिरि राम सीय तनु हेरत।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - कहौ सो बिपिन हैं धौं केतिक दूरि।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - मेाकोबिधु बदन बिलोकन दीजै।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - ठाढ़े हैं लषन कमलकर जोरे।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - जबहि रघुपति सँग सीय चली।/ तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - मैं तुमसों सतिभाव कही है / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - प्रिय निठुर बचन कहे कारन कवन? / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - कहौ तुम्ह बिनु गृह मेरो कौन काजु? / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - कृपानिधान सुजान प्रानपति, / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 - रहहु भवन हमरे कहे, कामिनि! / तुलसीदास  (← कड़ियाँ)
 
	
	