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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- दोनो जहाँ तेरी मोहब्बत में हार के / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बहुत मिला न मिला / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तेरी उम्मीद तेरा इंतज़ार जब से है / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जोश मलीहाबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नक़्शे-ख्याल दिल से / जोश मलीहाबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ये दिन बहार के / जोश मलीहाबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- क़दम इंसान का राहे-दहर में / जोश मलीहाबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बृज नारायण चकबस्त (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- एक साग़र भी इनायत न हुआ याद रहे / बृज नारायण चकबस्त (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग १ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ग़मे-आशिक़ी से कह दो / शकील बँदायूनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कैसे कह दूँ कि मुलाकात नहीं होती है / शकील बँदायूनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- शायद आगा़ज़ हुआ फिर किसी अफ़साने का / शकील बँदायूनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जीने वाले कज़ा से डरते हैं / शकील बँदायूनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ख़्वाजा मीर दर्द (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तुहमतें चन्द अपने ज़िम्मे धर चले / ख़्वाजा मीर दर्द (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चमन में सुबह ये कहती थी / ख़्वाजा मीर दर्द (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अगर यूँ ही ये दिल सताता रहेगा / ख़्वाजा मीर दर्द (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अपने तईं तो हर घड़ी ग़म है / ख़्वाजा मीर दर्द (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग २ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दोस्त हो जब दुश्मने-जाँ / ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ये आरज़ू थी तुझे गुल के रूबरू करते / ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग ३ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वली दक्कनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- याद करना हर घडी़ उस यार का / वली दक्कनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल को लगती है / वली दक्कनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बलबीर सिंह 'रंग' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज़माना आ गया / बलबीर सिंह 'रंग' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल मेरा सोज़े-निहां से बेमहाबा जल गया / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आये क्यों / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिया है दिल अगर उस को बशर है क्या कहिये / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दोनों जहाँ देके वो समझे ये ख़ुश रहा / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दोस्त ग़मख़्वारी में मेरी सअई फ़रमायेंगे क्या / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- एक एक क़तरे का मुझे देना पड़ा हिसाब / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गई वो बात कि हो गुफ़्तगू तो क्योंकर हो / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ग़ैर लें महफ़िल में बोसे जाम के / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ग़म-ए-दुनिया से गर पाई भी फ़ुर्सत सर उठाने की / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- घर हमारा जो न रोते भी तो वीरां होता / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- घर जब बना लिया तेरे दर पर कहे बग़ैर / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- है बस कि हर इक उनके इशारे में निशाँ और / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हम रश्क को अपने भी गवारा नहीं करते / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हज़ारों ख़्वाइशें ऐसी कि हर ख़्वाइश पे दम निकले / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हुई ताख़ीर तो कुछ बाइस-ए-ताख़ीर भी था / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हुस्न ग़म्ज़े की कशाकश से छुटा मेरे बाद / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इब्ने-मरियम हुआ करे कोई / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)