भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शृंगार-लतिका / द्विज/ पृष्ठ 1" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=द्विज | |रचनाकार=द्विज | ||
+ | }} | ||
+ | {{KKPageNavigation | ||
+ | |पीछे= | ||
+ | |आगे= | ||
+ | |सारणी= | ||
}} | }} | ||
* [[आज सुख सोवत सलौनी सजी सेज पैं / शृंगार-लतिका / द्विज]] | * [[आज सुख सोवत सलौनी सजी सेज पैं / शृंगार-लतिका / द्विज]] |
08:36, 28 जून 2011 का अवतरण
पिछला पृष्ठ | पृष्ठ सारणी | अगला पृष्ठ |
- आज सुख सोवत सलौनी सजी सेज पैं / शृंगार-लतिका / द्विज
- गुंजरन लागीं भौंर-भीरैं केलि-कुंजन मैं / शृंगार-लतिका / द्विज
- मेल्यौ उर आँनद अपार मैन सोवत हीं / शृंगार-लतिका / द्विज
- सुर ही के भार सूधे-सबद सु कीरन के / शृंगार-लतिका / द्विज
- हौरैं-हौंरैं डोलतीं सुगंध-सनीं डारन तैं / शृंगार-लतिका / द्विज
- संभ्रम अति उर मैं बढ़्यौ / शृंगार-लतिका / द्विज
- सौंधे समीरन कौ सरदार / शृंगार-लतिका / द्विज
- सुनत सलौनी बात यह / शृंगार-लतिका / द्विज
- लटपटी पाग सिर साजत उनींदे अंग / शृंगार-लतिका / द्विज
- सीतल-समीर मंद हरत मरंद-बुंद / शृंगार-लतिका / द्विज