भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"वंशी माहेश्वरी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
|||
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
|जन्म=13 अप्रैल 1948 | |जन्म=13 अप्रैल 1948 | ||
− | |जन्मस्थान=सांगाखेड़ा खुर्द, | + | |जन्मस्थान=सांगाखेड़ा खुर्द, मध्य प्रदेश, भारत |
|कृतियाँ=[[पाठशाला / वंशी माहेश्वरी | पाठशाला]], [[आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी / वंशी माहेश्वरी | आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी]] (1988) | |कृतियाँ=[[पाठशाला / वंशी माहेश्वरी | पाठशाला]], [[आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी / वंशी माहेश्वरी | आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी]] (1988) | ||
− | |विविध=रूसी भाषा और कुछ भारतीय भाषाओं में कविताऒं का | + | |विविध=रूसी भाषा और कुछ भारतीय भाषाओं में कविताऒं का अनुवाद। पिछले 25 साल से साहित्यिक पत्रिका 'तनाव' का सम्पादन। |
|अंग्रेज़ीनाम=Vanshi Maheshwari | |अंग्रेज़ीनाम=Vanshi Maheshwari | ||
|जीवनी=[[वंशी माहेश्वरी / परिचय]] | |जीवनी=[[वंशी माहेश्वरी / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
− | *''' [[पाठशाला / वंशी माहेश्वरी]]''' | + | {{KKCatMadhyaPradesh}} |
− | *''' [[आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी / वंशी माहेश्वरी]]''' | + | ====कविता संग्रह==== |
+ | *''' [[पाठशाला / वंशी माहेश्वरी]]''' | ||
+ | *''' [[आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी / वंशी माहेश्वरी]]''' | ||
+ | ====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ||
+ | * [[रंग / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[पृथ्वी के कक्ष में / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[समय की नब्ज / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[धुएँ के आकाश में / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[भाषा की नींद / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[पुल की तरह खुला है दिन / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[नींद नहीं सपने नहीं / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[निर्वासित / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[व्यतीत / वंशी माहेश्वरी]] | ||
+ | * [[दिन का बीत जाना नहीं है / वंशी माहेश्वरी]] |
22:17, 29 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
वंशी माहेश्वरी
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 13 अप्रैल 1948 |
---|---|
जन्म स्थान | सांगाखेड़ा खुर्द, मध्य प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
पाठशाला, आवाज़ इतनी पहचानी कि लगी अपनी (1988) | |
विविध | |
रूसी भाषा और कुछ भारतीय भाषाओं में कविताऒं का अनुवाद। पिछले 25 साल से साहित्यिक पत्रिका 'तनाव' का सम्पादन। | |
जीवन परिचय | |
वंशी माहेश्वरी / परिचय |
कविता संग्रह
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- रंग / वंशी माहेश्वरी
- पृथ्वी के कक्ष में / वंशी माहेश्वरी
- समय की नब्ज / वंशी माहेश्वरी
- धुएँ के आकाश में / वंशी माहेश्वरी
- भाषा की नींद / वंशी माहेश्वरी
- पुल की तरह खुला है दिन / वंशी माहेश्वरी
- नींद नहीं सपने नहीं / वंशी माहेश्वरी
- निर्वासित / वंशी माहेश्वरी
- व्यतीत / वंशी माहेश्वरी
- दिन का बीत जाना नहीं है / वंशी माहेश्वरी