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08:43, 20 अप्रैल 2017 के समय का अवतरण
तिलक करें रघुबीर
रचनाकार | गुलाब खंडेलवाल |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिंदी |
विषय | भक्ति गीत |
विधा | गीत |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- कभी यदि ऐसा देखो कोई / गुलाब खंडेलवाल
- किस सुर में मैं गाऊँ? / गुलाब खंडेलवाल
- कैसे मुझे सँभालोगे! / गुलाब खंडेलवाल
- कौन इस पीड़ा को पहचाने / गुलाब खंडेलवाल
- कौन-सा रूप ध्यान में लाऊँ! / गुलाब खंडेलवाल
- कृपा का कैसे मोल चुकाऊँ ! / गुलाब खंडेलवाल
- तू ही नहीं अधीर / गुलाब खंडेलवाल
- न है मेरे दोषों की माप / गुलाब खंडेलवाल
- नाथ ! तुम कब से हुए विरागी? / गुलाब खंडेलवाल
- बरसो, हे करुणा के जलधर ! / गुलाब खंडेलवाल
- बैठकर मेरे सुर में गाओ / गुलाब खंडेलवाल
- मार्ग कैसा भी बीहड़ आये / गुलाब खंडेलवाल
- मुझे तो वही रूप है प्यारा / गुलाब खंडेलवाल
- मेरे अंतर में छा जाओ / गुलाब खंडेलवाल
- यह मन बड़ा हठी है नाथ / गुलाब खंडेलवाल
- हमारे कहने पर मत जायें / गुलाब खंडेलवाल
- क्षमा यदि कर न सके अपराध / गुलाब खंडेलवाल
- शक्ति दे, मन को सुदृढ़ बनाऊँ / गुलाब खंडेलवाल
- वही हो नाव वही हो धारा / गुलाब खंडेलवाल