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"शोकनाच / आर. चेतनक्रांति" के अवतरणों में अंतर
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* पैसे के बारे में एक महत्त्वाकांक्षी कविता के लिए नोट्स / आर. चेतनक्रांति | * पैसे के बारे में एक महत्त्वाकांक्षी कविता के लिए नोट्स / आर. चेतनक्रांति | ||
* यहाँ आपकी छेनी गड़ी हुई है / आर. चेतनक्रांति | * यहाँ आपकी छेनी गड़ी हुई है / आर. चेतनक्रांति |
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शोकनाच
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रचनाकार | आर. चेतनक्रांति |
---|---|
प्रकाशक | राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली |
वर्ष | 2004 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 128 |
ISBN | 81-267-0821-2 |
विविध |
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- परिभाषित के दरबार में / आर. चेतनक्रांति
- औसत के राजमार्ग पर / आर. चेतनक्रांति
- वे तुम्हें मज़बूर करेंगे / आर. चेतनक्रांति
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- आगे के बारे में एक ईर्ष्यासूत कविता / आर. चेतनक्रांति
- ख़ुशी के अन्तहीन सागर में / आर. चेतनक्रांति
- तुष्ट-सम्पुष्ट छपास का शौकिया शोकगीत / आर. चेतनक्रांति
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- हम क्रांतिकारी नहीं थे / आर. चेतनक्रांति
- मालिक का छत्ता / आर. चेतनक्रांति
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- बैंक में हम थे, हवा न थी / आर. चेतनक्रांति
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- प्रयाण / आर. चेतनक्रांति
- एक बार फिर करुणामय / आर. चेतनक्रांति
- दस हज़ार की नौकरी और दाम्पत्य जीवन की एक सफल रात / आर. चेतनक्रांति
- सीलमपुर की लड़कियाँ / आर. चेतनक्रांति
- हिन्दू देश में यौन-क्रांति / आर. चेतनक्रांति
- कि जैसे रिक्शेवाले ने प्रेम किया हो / आर. चेतनक्रांति
- भूखे बच्चों के सप्ताह में / आर. चेतनक्रांति
- पैसे के बारे में एक महत्त्वाकांक्षी कविता के लिए नोट्स / आर. चेतनक्रांति
- यहाँ आपकी छेनी गड़ी हुई है / आर. चेतनक्रांति
- लालबत्ती पर कविता वर्कशाप / आर. चेतनक्रांति
- एक द्श्य की समग्र और कलात्मक अभिव्यक्ति की समस्या / आर. चेतनक्रांति
- सत्यबोध के कर्मचारी, मकान मालिक के बच्चे और समय / आर. चेतनक्रांति
- आख़िरी कामरेड / आर. चेतनक्रांति
- शोकनाच. / आर. चेतनक्रांति
- हत्यारे साधु जाएँ... / आर. चेतनक्रांति
- संघे शक्ति / आर. चेतनक्रांति
- कविता के अँधेरे वक़्तों की बानगी / आर. चेतनक्रांति
- हार्डवेयर की दुकान / आर. चेतनक्रांति
- गर्मियों की अगवानी / आर. चेतनक्रांति
- हिन्दी पार्क में एक प्रेमिल फटकार / आर. चेतनक्रांति
- कवि है / आर. चेतनक्रांति
- कि जैसे वह शुरू से हो / आर. चेतनक्रांति
- मर्द मजलिस / आर. चेतनक्रांति
- काश मैं होता / आर. चेतनक्रांति
- सुबह / आर. चेतनक्रांति
- मेरे दोस्त / आर. चेतनक्रांति
- प्रेम कविता / आर. चेतनक्रांति
- किसे सम्बोधित हो तुम ! / आर. चेतनक्रांति
- शाप / आर. चेतनक्रांति
- गली की बात / आर. चेतनक्रांति
- स्टिल लाईफ़ / आर. चेतनक्रांति
- वयस-प्राप्ति / आर. चेतनक्रांति
- आसमान में ईश्वर / आर. चेतनक्रांति
- मैंने खोया धैर्य / आर. चेतनक्रांति