भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ज्योति रीता" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र= |नाम=ज्योति रीता |उपनाम= |जन्म=24 जनवर...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
|||
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र=Jyoti-rita-kavitakosh.jpeg |
|नाम=ज्योति रीता | |नाम=ज्योति रीता | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
पंक्ति 33: | पंक्ति 33: | ||
* [[साँझ का सूरज / ज्योति रीता]] | * [[साँझ का सूरज / ज्योति रीता]] | ||
* [[शब्दों का व्यंजन / ज्योति रीता]] | * [[शब्दों का व्यंजन / ज्योति रीता]] | ||
− | * [[रहने दो ये तकलीफ़ें हसीन लगती | + | * [[रहने दो ये तकलीफ़ें हसीन लगती है / ज्योति रीता]] |
* [[एक कप गर्म चाय / ज्योति रीता]] | * [[एक कप गर्म चाय / ज्योति रीता]] | ||
* [[एक स्त्री हमेशा से थी / ज्योति रीता]] | * [[एक स्त्री हमेशा से थी / ज्योति रीता]] | ||
पंक्ति 40: | पंक्ति 40: | ||
* [[एक बरगद उग आया है भीतर / ज्योति रीता]] | * [[एक बरगद उग आया है भीतर / ज्योति रीता]] | ||
* [[पिता और पुत्र / ज्योति रीता]] | * [[पिता और पुत्र / ज्योति रीता]] | ||
+ | * [[हम कीचड़ के कवि थे / ज्योति रीता]] | ||
+ | * [[लिखना पहला प्रेम साबित हुआ / ज्योति रीता]] | ||
+ | * [[अंतिम थाली में हमने शून्यता परोस ली / ज्योति रीता]] | ||
+ | * [[मैं थिगली में लिपटी थेर हूँ / ज्योति रीता]] | ||
+ | * [[अरसाबाद ख़ारिज हुए हम / ज्योति रीता]] |
23:16, 31 जुलाई 2021 के समय का अवतरण
ज्योति रीता
© कॉपीराइट: ज्योति रीता। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग ज्योति रीता की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | 24 जनवरी 1987 |
---|---|
जन्म स्थान | रानीगंज, मेरीगंज, जिला अररिया, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
ज्योति रीता / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- भीड़ या मॉब लिंचिंग / ज्योति रीता
- रोटी / ज्योति रीता
- कठिन समय / ज्योति रीता
- आदमी / ज्योति रीता
- अधर्मी / ज्योति रीता
- चुप रहना / ज्योति रीता
- औरत बनाम प्रश्नचिन्ह / ज्योति रीता
- प्रेम होता है जिस क्षण / ज्योति रीता
- औरतें - 1 / ज्योति रीता
- औरतें - 2 / ज्योति रीता
- प्रेम में बुद्ध हो जाने दो ज़रा / ज्योति रीता
- गाँव ना लौट पाने की पीड़ा (करोना काल) / ज्योति रीता
- नियति / ज्योति रीता
- साँझ का सूरज / ज्योति रीता
- शब्दों का व्यंजन / ज्योति रीता
- रहने दो ये तकलीफ़ें हसीन लगती है / ज्योति रीता
- एक कप गर्म चाय / ज्योति रीता
- एक स्त्री हमेशा से थी / ज्योति रीता
- सत्ता के खिलाफ़ माँ / ज्योति रीता
- असमय पिता के साए से वंचित पुत्र / ज्योति रीता
- एक बरगद उग आया है भीतर / ज्योति रीता
- पिता और पुत्र / ज्योति रीता
- हम कीचड़ के कवि थे / ज्योति रीता
- लिखना पहला प्रेम साबित हुआ / ज्योति रीता
- अंतिम थाली में हमने शून्यता परोस ली / ज्योति रीता
- मैं थिगली में लिपटी थेर हूँ / ज्योति रीता
- अरसाबाद ख़ारिज हुए हम / ज्योति रीता