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"ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी ! / फ़राज़" के अवतरणों में अंतर

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* [[तू पास भी हो तो दिल-ए-बेक़रार अपना है / फ़राज़]]
 
* [[तू पास भी हो तो दिल-ए-बेक़रार अपना है / फ़राज़]]
 
* [[अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे / फ़राज़]]  
 
* [[अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे / फ़राज़]]  
* [[फिर उसी रा
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* [[फिर उसी राहगुज़र पर शायद / फ़राज़]]
हगुज़ार पर शायद / फ़राज़]]
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* [[बेसर-ओ-सामाँ थे लेकिन इतना अंदाज़ा था / फ़राज़]]
* [[बेसर-ओ-सामाँ थे लेकिन इतना अंदाज़ा नहीं था / फ़राज़]]
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* [[बेनियाज़-ए-ग़म-ए-पैमान-ए-वफ़ा हो जाना / फ़राज़]]
 
* [[बेनियाज़-ए-ग़म-ए-पैमान-ए-वफ़ा हो जाना / फ़राज़]]
 
* [[पयाम आए हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे / फ़राज़]]
 
* [[पयाम आए हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे / फ़राज़]]
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* [[ऐसे चुप हैं कि ये मंजिल भी कड़ी हो जैसे  / फ़राज़]]
 
* [[ऐसे चुप हैं कि ये मंजिल भी कड़ी हो जैसे  / फ़राज़]]
 
* [[रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ  / फ़राज़]]
 
* [[रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ  / फ़राज़]]
* [[क़ुर्बतों में भी जुदाई के ज़माने माँ
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* [[क़ुर्बतों में भी जुदाई के ज़माने माँगे / फ़राज़]]
गे / फ़राज़]]
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* [[न हरीफ़्-ए-जाँ न शरीक-ए-ग़म, शब-ए-इंतज़ार कोई तो हो  / फ़राज़]]
 
* [[न हरीफ़्-ए-जाँ न शरीक-ए-ग़म, शब-ए-इंतज़ार कोई तो हो  / फ़राज़]]
 
* [[दिल तो वह बर्ग-ए-खिजां है कि हवा ले जाए  / फ़राज़]]
 
* [[दिल तो वह बर्ग-ए-खिजां है कि हवा ले जाए  / फ़राज़]]
* [[ख़ामोश हो क्यों दाद-ए-ज़फ़ा
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* [[ख़ामोश हो क्यों दाद-ए-ज़फ़ा क्यूँ नहीं देते  / फ़राज़]]
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नहीं देते  / फ़राज़]]
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* [[दिल बहलता है कहाँ अंजुम-ओ-महताब से भी  / फ़राज़]]
 
* [[दिल बहलता है कहाँ अंजुम-ओ-महताब से भी  / फ़राज़]]
 
* [[वफ़ा के बाब में इल्ज़ाम-ए-आशिक़ी न लिया / फ़राज़]]
 
* [[वफ़ा के बाब में इल्ज़ाम-ए-आशिक़ी न लिया / फ़राज़]]
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* [[ख़ुदकलामी  / फ़राज़]]
 
* [[ख़ुदकलामी  / फ़राज़]]
 
* [[नींद / फ़राज़]]
 
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* [[हमदर्द / फ़राज़]]
 
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* [[भली सी शक्ल थी / फ़राज़]]
 
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* [[जिस तरह कोई कहे / फ़राज़]]
 
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* [[अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी / फ़राज़]]
 
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* [[ख़ुद कलामी में कब ये नशा था / फ़राज़]]
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* [[ख़ुदकलामी में कब ये नशा था / फ़राज़]]
 
* [[शाम और किरयअ-ऐ-मलाल की शाम / फ़राज़]]
 
* [[शाम और किरयअ-ऐ-मलाल की शाम / फ़राज़]]
 
* [[अमां मांगों न उन से दिल फ़गारा हम न कहते थे / फ़राज़]]
 
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* [[न तुझ को मात हुई है न मुझ को मात हुई है  / फ़राज़]]
 
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* [[जब मुलाक़ात बेइरादा थी  / फ़राज़]]
 
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* [[जुल्फ को हमसरी का दावा था / फ़राज़]]
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* [[जान से इश्क़ और जहाँ से गुरेज़  / फ़राज़]]
 
* [[जान से इश्क़ और जहाँ से गुरेज़  / फ़राज़]]
* [[गैरत-ए- इश्क़  सलामत थी अना जिंदा थी  / फ़राज़]]
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* [[गैरत-ए- इश्क़  सलामत थी अना ज़िंदा थी  / फ़राज़]]
 
* [[रिदाये ज़ख्म हर गुल पैरहन पहने हुए / फ़राज़]]
 
* [[रिदाये ज़ख्म हर गुल पैरहन पहने हुए / फ़राज़]]
 
* [[बहुत सैर-ए-गुल-ए-सबा कर चले  / फ़राज़]]
 
* [[बहुत सैर-ए-गुल-ए-सबा कर चले  / फ़राज़]]
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* [[क्यों तबियत कहीं ठहरती नहीं  / फ़राज़]]
 
* [[क्यों तबियत कहीं ठहरती नहीं  / फ़राज़]]
 
* [[लगता है कि अब चाहतें आसाँ है ज़्यादा / फ़राज़]]
 
* [[लगता है कि अब चाहतें आसाँ है ज़्यादा / फ़राज़]]
* [[हम अहल-ए-दिल को भी किरदार क्या दिए गए हैं  / फ़राज़]]
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* [[हम अहले-दिल को भी किरदार क्या दिए गए हैं  / फ़राज़]]
* [[चलो कि कूचा-ए-दिलदार चल के  देखते हैं  / फ़राज़]]
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* [[चलो कि कूच-ए-दिलदार चल के  देखते हैं  / फ़राज़]]
 
* [[वहशतें बढती गईं हिज्र के आज़ार के साथ / फ़राज़]]
 
* [[वहशतें बढती गईं हिज्र के आज़ार के साथ / फ़राज़]]
 
* [[ये तबियत है तो ख़ुद आज़ार बन जायेंगे हम  / फ़राज़]]
 
* [[ये तबियत है तो ख़ुद आज़ार बन जायेंगे हम  / फ़राज़]]

07:35, 25 नवम्बर 2009 का अवतरण

ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी !
Zindgi-e-zindgi1..JPG
रचनाकार अहमद फ़राज़
प्रकाशक वाणी प्रकाशन, 21- ए , दरिया गंज नई दिल्ली 110002
वर्ष 2008
भाषा हिन्दी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 135
ISBN 978-81-8143-680-1
विविध
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