भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
जयंत परमार
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:09, 24 जून 2010 का अवतरण
जयंत परमार
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 11 अक्तूबर 1954 |
---|---|
जन्म स्थान | अहमदाबाद, गुजरात, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
और (1999),पेंसिल और दूसरी नज़्में (2006), मानिन्द (2007) | |
विविध | |
उर्दू एवं गुजराती दोनों भाषाओं के चर्चित कवि। दोनों भाषाओं में समान रूप से लेखन। साहित्य अकादमी पुरस्कार (उर्दू, 2008), भाषा भारती सम्मान (2006), गुजरात उर्दू साहित्य अकादमी अवार्ड (2001, 2006, 2008), कुमार पाशी अवार्ड (2001), भारतीय दलित साहित्य अकादमी पुरस्कार (2002)। अंग्रेज़ी, कन्नड़, बंगला, तेलुगु, मराठी, पंजाबी आदि भाशःआओं में कविताएँ अनूदित। | |
जीवन परिचय | |
जयंत परमार / परिचय |
- ग़ालिब / जयंत परमार
- ग़ालिब की मज़ार / जयंत परमार
- नज़र-ए-ग़ालिब / जयंत परमार
- पेंसिल-1 / जयंत परमार
- पेंसिल-2 / जयंत परमार
- तेरा नाम / जयंत परमार
- पौ फटी धूप का दरिया निकला / जयंत परमार
- परिंदा जब भी कोई चीख़ता है / जयंत परमार
- हवा का झोंका पुकारता है / जयंत परमार
- लफ़्ज़ की खूँटी पर लटकता था / जयंत परमार
- कौन उसे रो लेता था / जयंत परमार
- बेसुतूँ आसमान है मेरा / जयंत परमार
- नज़्म कहाँ रखी है मैंने / जयंत परमार
- सुर्रियल ख़्वाब / जयंत परमार
- दार्जिलिंग की सुबह / जयंत परमार
- टॉय ट्रेन / जयंत परमार
- गैंगटॉक जाते हुए / जयंत परमार
- मनीकर्ण / जयंत परमार
- शाम की पेंटिंग-1 / जयंत परमार
- शाम की पेंटिंग-2 / जयंत परमार
- शहर / जयंत परमार
- रूखा-सूखा पीला फूल / जयंत परमार
- कभी किसी पर वक़्त न ऐसा आन पड़े मेरे अल्लाह / जयंत परमार
- कौन आया है मेरे ख़वाबाँ विच / जयंत परमार
- सूर्यमुखी / जयंत परमार
- दुख की काली चिड़िया / जयंत परमार
- मक्की का खेत / जयंत परमार
- कव्वे / जयंत परमार
- मैंने पाज़ को देखा है / जयंत परमार
- मीरा जी की तस्वीर / जयंत परमार
- फ़ैयाज़ ख़ाँ का मज़ार / जयंत परमार
- माँ / जयंत परमार
- नरक कुंड की बास / जयंत परमार
- काग़ज़-1 / जयंत परमार
- काग़ज़-2 / जयंत परमार
- सुबह की हवाओ / जयंत परमार