भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सर्वत एम जमाल
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:18, 6 जून 2010 का अवतरण
सर्वत एम जमाल
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 29 अक्तूबर 1956 |
---|---|
जन्म स्थान | लखनऊ, उत्तरप्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
सर्वत एम जमाल / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- दूसरों पर ख़ुद को भारी करके देख / सर्वत एम जमाल
- ये हवा, कैसी भी हो, चलती तो है / सर्वत एम जमाल
- लोग कहते बदन से खाल तक / सर्वत एम जमाल
- हर तरफ़ एक ही समां क्यों है / सर्वत एम जमाल
- शोर तो यही था ना ! बदगुमान हैं चेहरे / सर्वत एम जमाल
- शौहर बोला क्यों कडुवाहट घोले जाती है / सर्वत एम जमाल
- सारा गाँव एकजुट था, अड़ गई हवेली फिर / सर्वत एम जमाल
- उम्मीद सभी को है कि इस बार लकीरें / सर्वत एम जमाल
- फिर कहा उस ने, वजू करना / सर्वत एम जमाल
- अजब हैं लोग थोड़ी सी परेशानी से डरते हैं / सर्वत एम जमाल
- हर पल दुःख जैसा लगता है / सर्वत एम जमाल
- चमकती रोशनी आँखों के जब नजदीक होती है / सर्वत एम जमाल
- हम न काग़ज़ हैं न कोई सींक हैं / सर्वत एम जमाल
- मुझे ये वक्त घुटन से रिहाई भी देगा / सर्वत एम जमाल
</sort>