ज्ञानेन्द्रपति
जन्म | 01 जनवरी 1950 |
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जन्म स्थान | ग्राम पथरगामा, झारखंड, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
आँख हाथ बनते हुए (1970); शब्द लिखने के लिए ही यह कागज़ बना है (1981); गंगातट (2000); संशयात्मा (2004); भिनसार (2006), पढ़ते-गढ़ते(कथेतर गद्य),कवि ने कहा(कविता संचयन) | |
विविध | |
वर्ष 2006 में ‘ संशयात्मा’ शीर्षक कविता संग्रह पर साहित्य अकादमी पुरस्कार के अलावा पहल सम्मान, बनारसीप्रसाद भोजपुरी सम्मान व शमशेर सम्मान सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से से विभूषित। | |
जीवन परिचय | |
ज्ञानेन्द्रपति / परिचय |
कविता संग्रह
कुछ कविताएँ
- खेसाड़ी दाल की तरह निन्दित / ज्ञानेन्द्रपति
- माचिस की बाबत / ज्ञानेन्द्रपति
- जल्बाज जलद / ज्ञानेन्द्रपति
- विज्ञान-शिक्षक से छोटी लड़की का एक सवाल / ज्ञानेन्द्रपति
- कर्म का संगीत / ज्ञानेन्द्रपति
- डस्टर / ज्ञानेन्द्रपति
- मकर संक्रान्ति के दिवस का शीर्षक / ज्ञानेन्द्रपति
- एक साँझ, पुस्तकालय में / ज्ञानेन्द्रपति
- अकाट्य सिर / ज्ञानेन्द्रपति
- गमछे की गंध / ज्ञानेन्द्रपति
- मानव बम / ज्ञानेन्द्रपति
- आवो, चलें हम / ज्ञानेन्द्रपति
- आसमानी दृश्य : ज़मीनी भूमिका / ज्ञानेन्द्रपति
- सम्बोधन चिन्ह / ज्ञानेन्द्रपति
- तुम्हारे वक्ष-कक्ष में / ज्ञानेन्द्रपति
- अरण्य : शरण्य / ज्ञानेन्द्रपति
- अमृत कुम्भ / ज्ञानेन्द्रपति
- बार-बार / ज्ञानेन्द्रपति
- ललमटिया / ज्ञानेन्द्रपति
- प्यासा कुआँ / ज्ञानेन्द्रपति
- घर / ज्ञानेन्द्रपति
- भूकम्पों के बीच / ज्ञानेन्द्रपति
- हाइकु / ज्ञानेन्द्रपति
- समय और तुम / ज्ञानेन्द्रपति
- एक आत्म-प्रकाशी पत्र / ज्ञानेन्द्रपति
- अकाट्य सिर / ज्ञानेन्द्रपति
- आए हैं दाता / ज्ञानेन्द्रपति
- आदमी को प्यास लगती है / ज्ञानेन्द्रपति
- आओ, चलें हम / ज्ञानेन्द्रपति
- इन्तज़ार / ज्ञानेन्द्रपति
- एक गर्भवती औरत के प्रति दो कविताएँ / ज्ञानेन्द्रपति
- एक टूटता हुआ घर / ज्ञानेन्द्रपति
- एक मृत कौवा / ज्ञानेन्द्रपति
- क्यों न / ज्ञानेन्द्रपति
- किसी की : किन्हीं की / ज्ञानेन्द्रपति
- गमछे की गन्ध / ज्ञानेन्द्रपति
- जितनी : उतनी / ज्ञानेन्द्रपति
- टेडी बियर में बचे हुए भालू / ज्ञानेन्द्रपति
- ट्राम में एक याद / ज्ञानेन्द्रपति
- दुखों से जो दग्ध / ज्ञानेन्द्रपति
- नदी और नगर / ज्ञानेन्द्रपति
- पाँच चिड़ियों ने / ज्ञानेन्द्रपति
- बीज-व्यथा / ज्ञानेन्द्रपति
- मानव-बम / ज्ञानेन्द्रपति
- मिल्कियत / ज्ञानेन्द्रपति
- रोशनी ढोता जिस्म / ज्ञानेन्द्रपति
- वे जो / ज्ञानेन्द्रपति
- सूर्यास्त की आभा भी जब अस्त हो रही होती है / ज्ञानेन्द्रपति
- हिन्दी के लेखक के घर / ज्ञानेन्द्रपति