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महात्मा गांधी के बारे में गीत / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
- गांधी ने अंगरेज भजाया / हरियाणवी
- गंगा जल का लोट्टा / हरियाणवी
- जल भर्या लोट्टा चांदी का / हरियाणवी
- देसी घी की भरी से कोल्ली / हरियाणवी
- भरी थाली यो चांदी की / हरियाणवी
- नया जेवड़ा महं कोल्ली / हरियाणवी
- सेर बाजरा झोली में / हरियाणवी
- कोरा घड़वा नीम तले / हरियाणवी
- एक जलेबी तेल में / हरियाणवी
- आजादी की हुई लड़ाई / हरियाणवी
- हरणे नै भारत का कलेस / हरियाणवी
- देस के हो रे थे बारां बाट / हरियाणवी
- अमीर गरीब में पड़ी जो खाई / हरियाणवी
- गांधी था सत का मतवाला / हरियाणवी
- अहिंसा परम धरम कहलाया / हरियाणवी
- देख कै ने गांधी का चरखा / हरियाणवी
- हथ करघे का कपड़ा पावैं / हरियाणवी
- पिया मन्नै इक चरखा ल्यादे / हरियाणवी
- कोरी कोरी चांदी की कांगणी / हरियाणवी
- गंगा नीर जणो सोभा पा रिहा / हरियाणवी
- गांधी बाब्बू का आया जमाणा / हरियाणवी
- तेरे घर में घुस गए चोर / हरियाणवी
- घर घर लन्दन मेमां रोवैं / हरियाणवी
- जवाहर लाल भी रह्या करें थे / हरियाणवी
- नत्थू राम! तन्नै सरम ना आई / हरियाणवी