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नाव सिन्धु में छोड़ी / गुलाब खंडेलवाल
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{{KKPustak |चित्र=Naav_Sindhu_Mein_Chhori.JPG |नाम=नाव सिन्धु में छोड़ी |रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल |भाषा=हिंदी |विषय= |शैली=गीत |विविध=
- अपने रँग में मुझे रँगा दो / गुलाब खंडेलवाल
- अब तो स्वरमय प्राण हमारे / गुलाब खंडेलवाल
- अब तुम नौका लेकर आये / गुलाब खंडेलवाल
- कहाँ तक जायेगी झंकार ? / गुलाब खंडेलवाल
- कौन आता है सपना बन के / गुलाब खंडेलवाल
- जब ये जीवन फिर पायेंगे / गुलाब खंडेलवाल
- जीवन गाते गाते बीते / गुलाब खंडेलवाल
- तुझको पथ कैसे सूझेगा / गुलाब खंडेलवाल
- भीत्ति नहीं है कोई / गुलाब खंडेलवाल
- मन का ताप हरो / गुलाब खंडेलवाल
- मुझे तो लहर बना रहने दो / गुलाब खंडेलवाल
- मेरे गीत, तुम्हारा स्वर / गुलाब खंडेलवाल
- मैंने रात चैन से काटी/ गुलाब खंडेलवाल
- कौन आता है सपना बन के / गुलाब खंडेलवाल
- जीवन गाते-गाते बीते / गुलाब खंडेलवाल
- यह तो शीशमहल है / गुलाब खंडेलवाल
- रात सुन ली थी तान तुम्हारी / गुलाब खंडेलवाल
- वही है धरा वही है अम्बर / गुलाब खंडेलवाल
- साज नहीं सजता है / गुलाब खंडेलवाल
- हम तो काँटे ही चुनते हैं / गुलाब खंडेलवाल
- हमने नाव सिन्धु में छोड़ी / गुलाब खंडेलवाल