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पहली बारिश / नासिर काज़मी
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पहली बारिश
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रचनाकार | नासिर काज़मी |
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प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | उर्दू |
विषय | शायरी |
विधा | ग़ज़ल |
पृष्ठ | 62 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- मैं ने जब लिखना सीखा था / नासिर काज़मी
- तू जब मेरे घर आया था / नासिर काज़मी
- मैं जब तेरे घर पहुंचा था / नासिर काज़मी
- शाम का शीशा कांप रहा था / नासिर काज़मी
- दिन का फूल अभी जागा था / नासिर काज़मी
- पत्थर का वो शहर भी क्या था / नासिर काज़मी
- पिछले पहर का सन्नाटा था / नासिर काज़मी
- गर्द ने ख़ैमा तान लिया था / नासिर काज़मी
- मुझको और कहीं जाना था / नासिर काज़मी
- तू जब दोबारा आया था / नासिर काज़मी
- धूप थी और बादल छाया था / नासिर काज़मी
- दम होंटो पर आ के रुका था / नासिर काज़मी
- चांद अभी थककर सोया था / नासिर काज़मी
- नये देस का रंग नया था / नासिर काज़मी
- थोड़ी देर को जी बहला था / नासिर काज़मी
- मैं तिरे शहर से फिर गुज़रा था / नासिर काज़मी
- मैं इस शहर में क्यों आय था / नासिर काज़मी
- पल-पल कांटा-सा चुभता था / नासिर काज़मी
- रोते रोते कौन हंसा था / नासिर काज़मी
- पवन हरी, जंगल भी हरा था / नासिर काज़मी
- तनहाई का दुख गहरा था / नासिर काज़मी
- तुझ बिन घर कितना सूना था / नासिर काज़मी
- तेरा क़ुसूर नहीं, मेरा था / नासिर काज़मी