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अबरार अहमद
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अबरार अहमद
जन्म | 6 फ़रवरी 1954 |
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उपनाम | ابرار احمد |
जन्म स्थान | जेरनवाला, पकिस्तान |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
आख़री दिन से पहले (1997), ग़फ़लत के बराबर (2007) | |
विविध | |
अबरार अहमद का शुमार इस वक़्त उर्दू के क़बूल ओ मशहूर शायरों में होता है। वे पेशे से डॉक्टर हैं। अबरार अहमद की नज़्म और ग़ज़ल दोनों मैदानों में अहम और एक जैसी पहचान है। उन्होंने इन दोनों रास्तों पर कामयाबी के चिराग़ रौशन किए हैं। उर्दू के क़रीब तमाम बड़े रिसालों में पिछले कई दशकों से उन का कलाम छप रहा है। | |
जीवन परिचय | |
अबरार अहमद / परिचय |
ग़ज़लें
- गुरेज़ाँ था मगर ऐसा नहीं था / अबरार अहमद
- हम ने रक्खा था जिसे अपनी कहानी में कहीं / अबरार अहमद
- हमें ख़बर नहीं कुछ कौन है कहाँ कोई है / अबरार अहमद
- कि जैसे कुंज-ए-चमन से सबा निकलती है / अबरार अहमद
- कोई सोचे न हमें कोई पुकारा न करे / अबरार अहमद
- तुझ से वाबस्तगी रहेगी अभी / अबरार अहमद
- यक़ीन है कि गुमाँ है मुझे नहीं मालूम / अबरार अहमद
- ये यक़ीं ये गुमाँ ही मुमकिन है / अबरार अहमद
- इक फ़रामोश कहानी में रहा / अबरार अहमद
- और क्या रह गया है होने को / अबरार अहमद
- कहीं पर सुब्ह रखता हूँ कहीं पर शाम रखता हूँ / अबरार अहमद
- क़िस्से से तिरे मेरी कहानी से ज़ियादा / अबरार अहमद
- कुछ काम नहीं है यहाँ वहशत के बराबर / अबरार अहमद
- क्या जानिए क्या है हद-ए-इदराक से आगे / अबरार अहमद
- ज़मीं नहीं ये मिरी आसमाँ नहीं मेरा / अबरार अहमद
- जो भी यकजा है बिखरता नज़र आता है मुझे / अबरार अहमद
- ये भी तो कमाल हो गया है / अबरार अहमद
- ये रह-ए-इश्क़ है इस राह पे गर जाएगा तू / अबरार अहमद
- राह दुश्वार भी है बे-सर-ओ-सामानी भी / अबरार अहमद
- मेरी आवाज़ सुनते हो / अबरार अहमद
- गर्द-ए-बे नियाज़ी में / अबरार अहमद
- पार्क में / अबरार अहमद
- मुझे कोई नहीं रोकता / अबरार अहमद
- ये कालक क्यों नहीं जाती / अबरार अहमद