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जावेद क़मर
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जावेद क़मर
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जन्म | 26 जून 1998 |
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जन्म स्थान | फ़िरोज़ाबाद, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जावेद क़मर / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- मुहब्बत के फ़साने से न मैं वाक़िफ़ न तू वाक़िफ़ / जावेद क़मर
- ऐसी जमाई तू ने मिरे दिल पर धाक बस / जावेद क़मर
- हर रोज़ ही करते हैं काग़ज़ पर ये फ़न ज़िन्दा / जावेद क़मर
- हो गया दुश्वार जीना यार तू ने क्या किया / जावेद क़मर
- तेरे लिए है आज बहुत बेक़रार दिल / जावेद क़मर
- जिस पर हमें था नाज़ वह फ़न ले लिया गया / जावेद क़मर
- मुब्तिला-ए-दर्द-ओ-ग़म रहता हूँ मैं तो सुब्ह-ओ-शाम / जावेद क़मर
- कल बहुत दुश्वार था जिन के लिए / जावेद क़मर
- तेरे बिन ये दिल किसी का अब तो मुश्ताक़ी नहीं / जावेद क़मर
- जो सजाए हुए थे लब पर तबस्सुम कितने / जावेद क़मर
- कुछ नहीं है ज़िन्दगी में अब है ख़ाली ज़िन्दगी / जावेद क़मर
- मसर्रतों के फ़साने का इक़्तिताम हुआ / जावेद क़मर
- सर पर नहीं है बर सर-ए-दरबार गिर गई / जावेद क़मर
- जब उन के घर भी सितम की आतिश के ज़द में आए तो लोग समझे / जावेद क़मर
- ख़फ़ा है किस लिए जाने ग़ज़ल नहीं मालूम / जावेद क़मर
- दिल की चुभन के साथ बहुत कुछ चला गया / जावेद क़मर
- वो तो दिल में मिरे समाए हैं / जावेद क़मर
- ज़ुल्मत-ए-शब में हमें चाँद उगाने होंगे / जावेद क़मर
- हुस्न का अपने न दुनिया को तमाशाई कर / जावेद क़मर
- फिर देखने को चाँद-सा चेहरा नहीं मिला / जावेद क़मर
- हर सम्त तीरगी है उजाले नहीं रहे / जावेद क़मर
- क्यों साँसें आती जाती हैं मुश्किल के साथ आज / जावेद क़मर
- उम्मीद-ओ-आरज़ू के दिये सब बुझा गया / जावेद क़मर