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शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
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शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
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जीवन परिचय | |
शेर सिंह नाज़ 'देहलवी' / परिचय |
ग़ज़लें
- बातों में ढूँढते हैं वो पहलू मलाल का / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- दम-ए-अख़ीर भी हम ने ज़बाँ से कुछ न कहा / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- दिल दिया है हम ने भी वो माह-ए-कामिल देख कर / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- हिजाब-ए-राज़ फ़ैज़-ए-मुर्शिद-ए-कामिल से उठता है / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- कसरत-ए-वहदानियत में हुस्न की तनवीर देख / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- कुछ इशारे वो सर-ए-बज़्म जो कर जाते हैं / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- क्या ख़बर थी कोई रूसवा-ए-जहाँ हो जाएगा / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- क़ुल्ज़ुम-ए-उल्फ़त में तो तूफ़ान का आलम हुआ / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- शब-ए-फ़िराक़ जो दिल में ख़याल-ए-यार रहा / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- वो हद से दूर होते जा रहे हैं / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- वो जब तक अंजुमन में जलवा फ़रमाने नहीं आते / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- वो झंकार पैदा है तार-ए-नफ़स में / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- ज़िंदगी नाम है जिस चीज़ का क्या होती है / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'
- ज़ुल्फ़-ए-जानाँ पे तबीअत मिरी लहराई है / शेर सिंह नाज़ 'देहलवी'