हिमालय नहीं है वितोशा
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रचनाकार | कर्णसिंह चौहान |
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प्रकाशक | वितोश प्रकाशन, दिल्ली |
वर्ष | 1995 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 117 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- बल्गारियन लोकगीत को सुनकर / कर्णसिंह चौहान
- हिमालय नहीं है वितोशा (कविता) / कर्णसिंह चौहान
- गरीबी की सीमारेखा के पार / कर्णसिंह चौहान
- स्विटजरलैण्ड : लौटे यात्री का भावचित्र / कर्णसिंह चौहान
- आशंका / कर्णसिंह चौहान
- यूरोप की धरती / कर्णसिंह चौहान
- यह इस मौसम की आख़िरी धूप है / कर्णसिंह चौहान
- विजय रथ / कर्णसिंह चौहान
- बुदापेस्त के पुल / कर्णसिंह चौहान
- कामरेड / कर्णसिंह चौहान
- कालिख पुती लेनिन की प्रतिमा / कर्णसिंह चौहान
- जुलूस में बूढ़ा पेत्कोव / कर्णसिंह चौहान
- वसंत की आस-1 / कर्णसिंह चौहान
- वसंत की आस-2 / कर्णसिंह चौहान
- नई हवा / कर्णसिंह चौहान
- चासेस्कू के कत्ल की रात / कर्णसिंह चौहान
- यह आख़िरी रात है / कर्णसिंह चौहान
- चीड़ों पर बारिश / कर्णसिंह चौहान
- साथ-साथ / कर्णसिंह चौहान
- डविल्स थ्राट / कर्ण सिंह चौहान
- गाबरोवो / कर्णसिंह चौहान
- बर्फ़ / कर्णसिंह चौहान
- कितने विचित्र / कर्णसिंह चौहान
- लड़की की इच्छा / कर्णसिंह चौहान
- यूरोप से बेहतर कौन जानता है / कर्णसिंह चौहान
- यह रचना / कर्णसिंह चौहान
- सुनहरी रेत पर शाम / कर्णसिंह चौहान
- शिशु मन / कर्णसिंह चौहान
- मां की याद / कर्णसिंह चौहान
- मां और मेरे बीच / कर्णसिंह चौहान
- क्रिसमस के पेड़ / कर्णसिंह चौहान
- शब्दों की सुरक्षा / कर्णसिंह चौहान
- वृंदावन-येरूशलम/ कर्णसिंह चौहान
- तुम्हें याद है न / कर्णसिंह चौहान
- ये आंखें / कर्णसिंह चौहान
- सागर गर्जन / कर्णसिंह चौहान
- दुर्दिन / कर्णसिंह चौहान
- जगती कहीं नहीं थी वहाँ / कर्णसिंह चौहान
- समरस काया / कर्णसिंह चौहान
- आराधाना / कर्णसिंह चौहान
- घर की याद / कर्णसिंह चौहान
- सोफ़िया के बच्चे / कर्णसिंह चौहान
- बुयुक अदा / कर्णसिंह चौहान
- मां कहां / कर्णसिंह चौहान
- जीवन का अर्थ / कर्णसिंह चौहान
- पांचवां प्रेम / कर्णसिंह चौहान
- भूली पहचान / कर्णसिंह चौहान
- क्यों रोती हो मारिया / कर्णसिंह चौहान
- घर-बेघर / कर्णसिंह चौहान
- हमारा प्यार / कर्णसिंह चौहान
- प्रेम का पहला पाठ / कर्णसिंह चौहान
- कम्युनिस्तीचिस्की रबोता / कर्णसिंह चौहान
- कहां है वह धरा / कर्णसिंह चौहान
- अक्सर सोचता हूँ / कर्णसिंह चौहान
- बहुत उदास था मैं / कर्णसिंह चौहान
- सत्ता की इयत्ता / कर्णसिंह चौहान
- सच का संधान / कर्णसिंह चौहान
- द्रुज्बा / कर्णसिंह चौहान
- ऐश्वर्य का कुहासा / कर्णसिंह चौहान
- मैं लौट रहा हूँ / कर्णसिंह चौहान
- फिर मिलेंगे / कर्णसिंह चौहान
- अपने अरण्य में / कर्णसिंह चौहान
- आज़ादी / कर्णसिंह चौहान
- सलाम सोफिया / कर्णसिंह चौहान