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गाम-धरती / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
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गाम-धरती
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रचनाकार | सुरेन्द्र झा ‘सुमन’ |
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प्रकाशक | |
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भाषा | मैथिली |
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विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
गाम-धरती
- चास-वास: भूमि-आकाश / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- सीमा-निवेश: घर-परिवेश / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- टोल-पड़ोस: संग-समाज / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- घर-आङन: मातृका गेसाउनि / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- संस्था-आस्था: प्रकृति-विकृति / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- संगी-अंगी: नाम-संबोधन / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- नाम-स्मरण: तर्पण-अर्पण / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- बद्ध-सम्बद्ध: स्मृत-विस्मृत / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- छाया-प्रतिच्छाया: ध्वनि-प्रतिध्वनि / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- कण-कण बटोरि: क्षण-क्षण सङोरि / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- सहचर-परिचर: पुरजन-परिजन / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- बिन्दु-पराग: रंग-अनुराग / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- चित्र विचित्र: विखरल चित्र / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- अग्र-प्रत्यग्र: तरुण उदग्र / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- साक्षी: प्रत्यक्षी / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- स्वगत: जनान्तिक / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
- स्मरणिका / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’