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विरेन सांवङिया
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विरेन सांवङिया
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जन्म | 15 नवम्बर 1985 |
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जन्म स्थान | गांव सांवड़, जिला भिवानी, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
विरेन सांवङिया / परिचय |
हरियाणवी रचनाएँ
- लिए बुढ़ि माँ आखों में आंसू / विरेन सांवङिया
- नाटै थे वे यार मेरे / विरेन सांवङिया
- सै सात साल की यारी रै / विरेन सांवङिया
- एक सूट्टा दे भोले / विरेन सांवङिया
- प्रफुल्लित हरियाणा देखा / विरेन सांवङिया
- दिल्ली रोहतक आओ भिवानी शहर दादरी चरखी रै / विरेन सांवङिया
- वो कच्चा घर वो आँगन / विरेन सांवङिया
- अनपढ नै तो छोड बावली पढे लिखे नै ज्ञान नहीं / विरेन सांवङिया
- पैहल्लम आले लौग रहे ना, ना रहे वै गाम पुराणे / विरेन सांवङिया
- हर भूमि की हरियाली मै प्रदेश बसा सै हरियाणा रै / विरेन सांवङिया
- तुलसी हो सै आँगन की और कान्हा कै सा करती रोल / विरेन सांवङिया
- भीतर तै जी भर भर आवै डाटे ना डटते आँसू रै / विरेन सांवङिया
- चंचल चंचल चिङिया चहकी मन उपवन प्रभात मै / विरेन सांवङिया
- हो अच्छा सुथरा खानदान वा इज्जत राखै तेरी / विरेन सांवङिया
- माँ कहकै नै पूज्या करते करदी आज पराई क्यूँ / विरेन सांवङिया
- जमींदारां के बालक सा हम खूब नजारे लिया करां / विरेन सांवङिया
- मस्ताई सी म्हारे गाम पै बदली मिह बरसागी रै / विरेन सांवङिया
- कङै गई होक्यां की गुङ गुङ वे बड्डे श्याणे कङै गए / विरेन सांवङिया
- ठेठ सुरग तै आया था वो हर के बोल सुणावण नै / विरेन सांवङिया
- नाच नाच कै धुम्मा ठारी कसर थी ना तबाही मै / विरेन सांवङिया