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* [[अदब अब सभी के दफ़ा हो गए हैं / उर्मिला माधव]] | * [[अदब अब सभी के दफ़ा हो गए हैं / उर्मिला माधव]] | ||
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* [[बात है दरअस्ल हम ख़ुद से खफा हैं / उर्मिला माधव]] | * [[बात है दरअस्ल हम ख़ुद से खफा हैं / उर्मिला माधव]] | ||
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+ | * [[कहें हम कौन तरियाँ ते समझ में कैसें आवैगी / उर्मिला माधव]] | ||
+ | * [[न घर ई हमारौ न दुनियाँ हमारी / उर्मिला माधव]] | ||
+ | * [[मैं तुमें समसान तक लै जाऊँगी / उर्मिला माधव]] | ||
+ | * [[प्रेम कौ अनुपात आखिर कैसैं आँकौ जायगौ / उर्मिला माधव]] |
00:26, 7 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण
उर्मिला माधव
जन्म | 25 अक्तूबर |
---|---|
जन्म स्थान | आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
बात अभी बाक़ी है (बोधि प्रकाशन) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
उर्मिला माधव / परिचय |
हिन्दी ग़ज़लें
- वो जो रह-रहके चोट कर जाए / उर्मिला माधव
- अदब अब सभी के दफ़ा हो गए हैं / उर्मिला माधव
- उम्र भर को जुड़ गए हैं,आपसे जज़्बात मेरे / उर्मिला माधव
- न तू देख इतने गुरूर से,के मैं लौट जाऊँगी दूर से / उर्मिला माधव
- डूबते सूरज की समझे नातवानी तो मैं जानूँ / उर्मिला माधव
- ख़ूब है हिंदी की गलियों का ये फेरा, एक दिन / उर्मिला माधव
- मेरे दिल की किताब रहने दे / उर्मिला माधव
- राह जो चलनी है इसमें खूबियाँ कोई नहीं / उर्मिला माधव
- अब ज़रूरी हो गया राहें बदलना / उर्मिला माधव
- बात है दरअस्ल हम ख़ुद से खफा हैं / उर्मिला माधव
- गुफ्तगू के दरमियां कल इक अजब किस्सा हुआ / उर्मिला माधव