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"संजीव बख़्शी" के अवतरणों में अंतर
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|जन्मस्थान=-खैरागढ़, ज़िला राजनादगाँव, छत्तीसगढ़, भारत । | |जन्मस्थान=-खैरागढ़, ज़िला राजनादगाँव, छत्तीसगढ़, भारत । | ||
|कृतियाँ=तार को आ गयी हल्की-सी हँसी (1994), भित्ती पर बैठे लोग, सफ़ेद से कुछ ही दूरी पर पीला रहता है, जो तितलियों के पास है (सभी कविता-संग्रह) | |कृतियाँ=तार को आ गयी हल्की-सी हँसी (1994), भित्ती पर बैठे लोग, सफ़ेद से कुछ ही दूरी पर पीला रहता है, जो तितलियों के पास है (सभी कविता-संग्रह) | ||
− | |विविध=ठाकुर पूरन सिंह स्मृति सूत्र सम्मान (2002) | + | |विविध=ठाकुर पूरन सिंह स्मृति [[सूत्र सम्मान]] (2002) |
|अंग्रेज़ीनाम=Sanjeev Bakhshee | |अंग्रेज़ीनाम=Sanjeev Bakhshee | ||
|जीवनी=[[संजीव बख़्शी / परिचय]] | |जीवनी=[[संजीव बख़्शी / परिचय]] |
20:44, 12 जून 2012 का अवतरण
संजीव बख़्शी
जन्म | 25 दिसंबर 1952 |
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उपनाम | |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
तार को आ गयी हल्की-सी हँसी (1994), भित्ती पर बैठे लोग, सफ़ेद से कुछ ही दूरी पर पीला रहता है, जो तितलियों के पास है (सभी कविता-संग्रह) | |
विविध | |
ठाकुर पूरन सिंह स्मृति सूत्र सम्मान (2002) | |
जीवन परिचय | |
संजीव बख़्शी / परिचय |
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- गरियाबंद / संजीव बख़्शी
- हरी-हरी पत्तियाँ / संजीव बख़्शी
- दरियाँ और चूल्हे की गर्मी / संजीव बख़्शी
- चुप में रहती हैं / संजीव बख़्शी
- घोटुल / संजीव बख़्शी
- तिनका / संजीव बख़्शी
- ताकता है पहाड़ / संजीव बख़्शी
- मेरे ड्राइंग रूम में / संजीव बख़्शी
- एक चाहत आसमान भर / संजीव बख़्शी
- सूरज की भाषा धूप / संजीव बख़्शी
- कौन बनाता है ? / संजीव बख़्शी
- पाँच सितारा अस्पताल / संजीव बख़्शी
- भैया बाल.... / संजीव बख़्शी
- चमकीली आँखों वाली मछली / संजीव बख़्शी
- यह देखिए, यह देखिए / संजीव बख़्शी
- लक्खा-लक्खा / संजीव बख़्शी
- नए जूते की महक और मेरा क़द / संजीव बख़्शी
- कहेंगे धन्यवाद / संजीव बख़्शी
- जंगल का सागौन / संजीव बख़्शी
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