भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सूरदास" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) (→सूरदास की रचनाएँ) |
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 43: | पंक्ति 43: | ||
* [[अपन जान मैं बहुत करी / सूरदास]] | * [[अपन जान मैं बहुत करी / सूरदास]] | ||
* [[आछो गात अकारथ गार्यो / सूरदास]] | * [[आछो गात अकारथ गार्यो / सूरदास]] | ||
+ | * [[सोइ रसना जो हरिगुन गावै / सूरदास]] | ||
+ | * [[माधवजू, जो जन तैं बिगरै / सूरदास]] | ||
+ | * [[कीजै प्रभु अपने बिरद की लाज / सूरदास]] | ||
+ | * [[सरन गये को को न उबार्यो / सूरदास]] | ||
+ | * [[जौलौ सत्य स्वरूप न सूझत / सूरदास]] | ||
+ | * [[तुम्हारी भक्ति हमारे प्रान / सूरदास]] | ||
+ | * [[धोखैं ही धोखैं डहकायौ / सूरदास]] | ||
+ | * [[कहावत ऐसे दानी दानि / सूरदास]] | ||
+ | * [[मेरो मन अनत कहां सचु पावै / सूरदास]] | ||
+ | * [[प्रभु, मेरे औगुन चित न धरौ / सूरदास]] | ||
+ | * [[है हरि नाम कौ आधार / सूरदास]] | ||
+ | * [[रे मन, राम सों करि हेत / सूरदास]] | ||
+ | * [[मो सम कौन कुटिल खल कामी / सूरदास]] | ||
+ | * [[जापर दीनानाथ ढरै / सूरदास]] | ||
+ | * [[मन तोसों कोटिक बार कहीं / सूरदास]] | ||
+ | * [[भजु मन चरन संकट-हरन / सूरदास]] | ||
+ | * [[जसोदा हरि पालने झुलावै / सूरदास]] | ||
+ | * [[सुत-मुख देखि जसोदा फूली / सूरदास]] | ||
+ | * [[किलकत कान्ह घुटुरुवनि आवत / सूरदास]] | ||
+ | * [[खेलत नंद-आंगन गोविन्द / सूरदास]] | ||
+ | * [[सिखवति चलन जसोदा मैया / सूरदास]] | ||
+ | * [[मैया, कबहिं बढ़ैगी चोटी / सूरदास]] | ||
+ | * [[मेरी माई, हठी बालगोबिन्दा / सूरदास]] | ||
+ | * [[प्रात समय उठि सोवत हरि कौ बदन उघारौ नंद / सूरदास]] | ||
+ | * [[मैया, मोहिं दाऊ बहुत खिझायौ / सूरदास]] | ||
+ | * [[सांझ भई, घर आवहु प्यारे / सूरदास]] | ||
+ | * [[खेलत में को काको गुसैयां / सूरदास]] | ||
+ | * [[सखा सहित गये माखन-चोरी / सूरदास]] | ||
+ | * [[मैया री, मोहिं माखन भावै / सूरदास]] | ||
+ | * [[गोपालहिं माखन खान दै / सूरदास]] | ||
+ | * [[जसोदा, कहां लौं कीजै कानि / सूरदास]] | ||
+ | * [[मैया, मैं नहिं माखन खायौ / सूरदास]] | ||
+ | * [[कुंवर जल लोचन भरि भरि लैत / सूरदास]] | ||
+ | * [[जसोदा, तेरो भलो हियो है माई / सूरदास]] | ||
+ | * [[यह सुनिकैं हलधर तहं धाये / सूरदास]] | ||
+ | * [[निरखि स्याम हलधर मुसुकानैं / सूरदास]] | ||
+ | * [[मैया, हौं गाय चरावन जैहों / सूरदास]] | ||
+ | * [[आई छाक बुलाये स्याम / सूरदास]] | ||
+ | * [[आजु बन बन तैं ब्रज आवत / सूरदास]] | ||
+ | * [[जसुमति दौरि लिये हरि कनियां / सूरदास]] | ||
+ | * [[मैया, हौं न चरैहों गाइ / सूरदास]] | ||
+ | * [[जौ बिधिना अपबस करि पाऊं / सूरदास]] | ||
+ | * [[नैन भये बोहित के काग / सूरदास]] | ||
+ | * [[धनि यह वृन्दावन की रैनु / सूरदास]] | ||
+ | * [[नटवर वेष काछे स्याम / सूरदास]] | ||
+ | * [[मुरली गति बिपरीत कराई / सूरदास]] | ||
+ | * [[संदेसो दैवकी सों कहियौ / सूरदास]] | ||
+ | * [[मेरो कान्ह कमलदललोचन / सूरदास]] | ||
+ | * [[कहियौ, नंद कठोर भये / सूरदास]] | ||
+ | * [[नीके रहियौ जसुमति मैया / सूरदास]] | ||
+ | * [[जोग ठगौरी ब्रज न बिकहै / सूरदास]] | ||
+ | * [[ऊधो, होहु इहां तैं न्यारे / सूरदास]] | ||
+ | * [[फिर फिर कहा सिखावत बात / सूरदास]] | ||
+ | * [[उधो, मन नाहीं दस बीस / सूरदास]] | ||
+ | * [[अंखियां हरि-दरसन की भूखी / सूरदास]] | ||
+ | * [[ऊधो, हम लायक सिख दीजै / सूरदास]] | ||
+ | * [[ऊधो, मन माने की बात / सूरदास]] | ||
+ | * [[निरगुन कौन देश कौ बासी / सूरदास]] | ||
+ | * [[कहियौ जसुमति की आसीस / सूरदास]] | ||
+ | * [[कहां लौं कहिए ब्रज की बात / सूरदास]] | ||
+ | * [[ऊधो, मोहिं ब्रज बिसरत नाहीं / सूरदास]] | ||
+ | * [[तबतें बहुरि न कोऊ आयौ / सूरदास]] | ||
+ | * [[अब या तनुहिं राखि कहा कीजै / सूरदास]] | ||
+ | * [[नाथ, अनाथन की सुधि लीजै / सूरदास]] | ||
+ | * [[ऐसैं मोहिं और कौन पहिंचानै / सूरदास]] | ||
+ | * [[हरि, तुम क्यों न हमारैं आये / सूरदास]] | ||
+ | * [[जो पै हरिहिंन शस्त्र गहाऊं / सूरदास]] | ||
+ | * [[मो परतिग्या रहै कि जाउ / सूरदास]] | ||
+ | * [[वा पटपीत की फहरानि / सूरदास]] | ||
+ | * [[हरि हरि हरि सुमिरन करौ / सूरदास]] |
00:49, 3 अक्टूबर 2007 का अवतरण
सूरदास की रचनाएँ
सूरदास
जन्म | 1483 |
---|---|
निधन | 1573 |
उपनाम | |
जन्म स्थान | भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
"सूरसागर" सूरदास की सभी ज्ञात रचनाओं का संकलन है जिसमें इनकी लगभग 5000 रचनाएँ संकलित हैं। | |
जीवन परिचय | |
सूरदास / परिचय |
- मेरो मन अनत कहाँ सुख पावे / सूरदास
- प्रीति करि काहु सुख न लह्यो / सूरदास
- मैया मोहि दाऊ बहुत खिझायौ/ सूरदास
- भाव भगति है जाकें
- भोरहि सहचरि कातर दिठि/ सूरदास
- निसिदिन बरसत नैन हमारे। / सूरदास
- चरन कमल बंदौ हरिराई / सूरदास
- तिहारो दरस मोहे भावे / सूरदास
- दृढ इन चरण कैरो भरोसो / सूरदास
- मधुकर! स्याम हमारे चोर / सूरदास
- अंखियां हरि–दरसन की प्यासी / सूरदास
- बिनु गोपाल बैरिन भई कुंजैं / सूरदास
- प्रीति करि काहू सुख न लह्यो / सूरदास
- चरन कमल बंदौ हरि राई / सूरदास
- अबिगत गति कछु कहति न आवै / सूरदास
- प्रभु, मेरे औगुन न विचारौ / सूरदास
- प्रभु, हौं सब पतितन कौ राजा / सूरदास
- अब कै माधव, मोहिं उधारि / सूरदास
- मोहिं प्रभु, तुमसों होड़ परी / सूरदास
- अब हों नाच्यौ बहुत गोपाल / सूरदास
- कब तुम मोसो पतित उधारो / सूरदास
- अपन जान मैं बहुत करी / सूरदास
- आछो गात अकारथ गार्यो / सूरदास
- सोइ रसना जो हरिगुन गावै / सूरदास
- माधवजू, जो जन तैं बिगरै / सूरदास
- कीजै प्रभु अपने बिरद की लाज / सूरदास
- सरन गये को को न उबार्यो / सूरदास
- जौलौ सत्य स्वरूप न सूझत / सूरदास
- तुम्हारी भक्ति हमारे प्रान / सूरदास
- धोखैं ही धोखैं डहकायौ / सूरदास
- कहावत ऐसे दानी दानि / सूरदास
- मेरो मन अनत कहां सचु पावै / सूरदास
- प्रभु, मेरे औगुन चित न धरौ / सूरदास
- है हरि नाम कौ आधार / सूरदास
- रे मन, राम सों करि हेत / सूरदास
- मो सम कौन कुटिल खल कामी / सूरदास
- जापर दीनानाथ ढरै / सूरदास
- मन तोसों कोटिक बार कहीं / सूरदास
- भजु मन चरन संकट-हरन / सूरदास
- जसोदा हरि पालने झुलावै / सूरदास
- सुत-मुख देखि जसोदा फूली / सूरदास
- किलकत कान्ह घुटुरुवनि आवत / सूरदास
- खेलत नंद-आंगन गोविन्द / सूरदास
- सिखवति चलन जसोदा मैया / सूरदास
- मैया, कबहिं बढ़ैगी चोटी / सूरदास
- मेरी माई, हठी बालगोबिन्दा / सूरदास
- प्रात समय उठि सोवत हरि कौ बदन उघारौ नंद / सूरदास
- मैया, मोहिं दाऊ बहुत खिझायौ / सूरदास
- सांझ भई, घर आवहु प्यारे / सूरदास
- खेलत में को काको गुसैयां / सूरदास
- सखा सहित गये माखन-चोरी / सूरदास
- मैया री, मोहिं माखन भावै / सूरदास
- गोपालहिं माखन खान दै / सूरदास
- जसोदा, कहां लौं कीजै कानि / सूरदास
- मैया, मैं नहिं माखन खायौ / सूरदास
- कुंवर जल लोचन भरि भरि लैत / सूरदास
- जसोदा, तेरो भलो हियो है माई / सूरदास
- यह सुनिकैं हलधर तहं धाये / सूरदास
- निरखि स्याम हलधर मुसुकानैं / सूरदास
- मैया, हौं गाय चरावन जैहों / सूरदास
- आई छाक बुलाये स्याम / सूरदास
- आजु बन बन तैं ब्रज आवत / सूरदास
- जसुमति दौरि लिये हरि कनियां / सूरदास
- मैया, हौं न चरैहों गाइ / सूरदास
- जौ बिधिना अपबस करि पाऊं / सूरदास
- नैन भये बोहित के काग / सूरदास
- धनि यह वृन्दावन की रैनु / सूरदास
- नटवर वेष काछे स्याम / सूरदास
- मुरली गति बिपरीत कराई / सूरदास
- संदेसो दैवकी सों कहियौ / सूरदास
- मेरो कान्ह कमलदललोचन / सूरदास
- कहियौ, नंद कठोर भये / सूरदास
- नीके रहियौ जसुमति मैया / सूरदास
- जोग ठगौरी ब्रज न बिकहै / सूरदास
- ऊधो, होहु इहां तैं न्यारे / सूरदास
- फिर फिर कहा सिखावत बात / सूरदास
- उधो, मन नाहीं दस बीस / सूरदास
- अंखियां हरि-दरसन की भूखी / सूरदास
- ऊधो, हम लायक सिख दीजै / सूरदास
- ऊधो, मन माने की बात / सूरदास
- निरगुन कौन देश कौ बासी / सूरदास
- कहियौ जसुमति की आसीस / सूरदास
- कहां लौं कहिए ब्रज की बात / सूरदास
- ऊधो, मोहिं ब्रज बिसरत नाहीं / सूरदास
- तबतें बहुरि न कोऊ आयौ / सूरदास
- अब या तनुहिं राखि कहा कीजै / सूरदास
- नाथ, अनाथन की सुधि लीजै / सूरदास
- ऐसैं मोहिं और कौन पहिंचानै / सूरदास
- हरि, तुम क्यों न हमारैं आये / सूरदास
- जो पै हरिहिंन शस्त्र गहाऊं / सूरदास
- मो परतिग्या रहै कि जाउ / सूरदास
- वा पटपीत की फहरानि / सूरदास
- हरि हरि हरि सुमिरन करौ / सूरदास