आदिम आग
रचनाकार | प्रताप सहगल |
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प्रकाशक | पराग प्रकाशन, विश्वास नगर, शाहदरा, दिल्ली-32 |
वर्ष | 1988 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | 80 |
ISBN | |
विविध | कवि का दूसरा कविता संग्रह |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- कविता यूं ही नहीं आती / प्रताप सहगल
- कविता मेरे लिए / प्रताप सहगल
- सूरज जब ऊपर उठता है / प्रताप सहगल
- मोरेंग में... / प्रताप सहगल
- पिता की मौत पर / प्रताप सहगल
- बादल: एक / प्रताप सहगल
- बादल: दो / प्रताप सहगल
- बादल: तीन / प्रताप सहगल
- बादल: चार / प्रताप सहगल
- नींद नहीं आती / प्रताप सहगल
- किसलिए? / प्रताप सहगल
- डर-1 / प्रताप सहगल
- डर-2 / प्रताप सहगल
- तानाशाही / प्रताप सहगल
- प्रजातन्त्र / प्रताप सहगल
- पतझड़ / प्रताप सहगल
- वसंत / प्रताप सहगल
- धर्म / प्रताप सहगल
- अस्पताल का शोर / प्रताप सहगल
- प्रेम / प्रताप सहगल
- दंश / प्रताप सहगल
- लेखक-1 / प्रताप सहगल
- लेखक-2 / प्रताप सहगल
- निमंत्रण / प्रताप सहगल
- ट्रेनिंग / प्रताप सहगल
- आलोचक / प्रताप सहगल
- शराब पीने के बाद / प्रताप सहगल
- तूफ़ान की बात मत कीजिए / प्रताप सहगल
- भ्रम / प्रताप सहगल
- तलाश / प्रताप सहगल
- आदिम आग / प्रताप सहगल
- बाहर कब आओगे? / प्रताप सहगल
- क्या जाग जायेंगे लोग? / प्रताप सहगल
- संकट / प्रताप सहगल
- चश्मेशाही पर थोड़ा वक्त / प्रताप सहगल
- शिकारे की सैर / प्रताप सहगल
- अक्तूबर की वह शाम / प्रताप सहगल
- जम्मू से कश्मीर / प्रताप सहगल
- आने वाले कल के लिए / प्रताप सहगल
- घरौंदा / प्रताप सहगल
- ज़िन्दगी / प्रताप सहगल
- काला डर / प्रताप सहगल
- यथास्थिति / प्रताप सहगल
- इन्तज़ार: सात मूड / प्रताप सहगल
- बिखराव-जुड़ाव / प्रताप सहगल
- विसंगति / प्रताप सहगल
- समाज / प्रताप सहगल
- यही हुआ / प्रताप सहगल
- पट-परिवर्तन / प्रताप सहगल
- मैं और तुम / प्रताप सहगल
- अपनी पहचान: बरास्ते कविता / प्रताप सहगल
- एक मित्र के नाम / प्रताप सहगल
- आवाज़ / प्रताप सहगल
- तब शासन उखड़ के रहता है / प्रताप सहगल