अरनेस्तो कार्देनाल मातीनेज़
जन्म | 20 जनवरी 1925 |
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उपनाम | अरनेस्तो कार्दिनाल |
जन्म स्थान | ग्रेनाडा, निकारागुआ |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
15 कविता-संग्रह स्पानी में और 13 अँग्रेज़ी में प्रकाशित। | |
विविध | |
2005 में नोबल पुरस्कार के लिए नामांकित। 2012 में क्वीन सोफ़िया आइबेरो-अमरीकन पोएट्री पुरस्कार। | |
जीवन परिचय | |
अरनेस्तो कार्देनाल / परिचय |
नीलाभ द्वारा अनूदित
- हमारी कविताएँ अभी प्रकाशित नहीं हो सकतीं / अरनेस्तो कार्देनाल
- क्या तुमने पढ़ा नहीं है / अरनेस्तो कार्देनाल
- सोमोज़ा सोमोज़ा स्टेडियम में सोमोज़ा की प्रतिमा का अनावरण करता है / अरनेस्तो कार्देनाल
- जब तुम मेरे साथ रहो / अरनेस्तो कार्देनाल
- प्रोपर्टियस की नक़ल में / अरनेस्तो कार्देनाल
- कुछ गोलियाँ कल रात / अरनेस्तो कार्देनाल
- गाड़ीवान गाते हैं / अरनेस्तो कार्देनाल
- अदोल्फ़ो बाएज़ बोने के लिए समाधि-लेख / अरनेस्तो कार्देनाल
- मैरिलिन मनरो के लिए प्रार्थना / अरनेस्तो कार्देनाल
अनिल जनविजय के अनुवाद
मंगलेश डबराल द्वारा अनूदित
- मैंने बाँटे हैं भूमिगत पर्चे / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- कोस्ता रीका के इन गुलाबों को / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- पीली बत्तियों वाली वह गली / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- हमारा प्यार मई में जन्मा था / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- रात में अचानक / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- भीड़ में अकेली तुम हो / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- लेकिन तुम रात को पा लेती हो अपना भात / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- तुम्हारी आँखें समुद्री ताल में झिलमिलता चाँद हैं / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- मरियम, कल मैंने तुम्हें गली में देखा / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- याद करो, कितनी ही सुन्दर युवतियाँ हो चुकी हैं / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- सेलफोन / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
- मर्लिन मनरो के लिए प्रार्थना / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल