पंजाबी के कवि
आज की पंजाबी कविता संग्रह से
हरकीरत हकीर द्वारा अनूदित
- पूजा / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- फूल / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- रब्ब / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- भगवान / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- पूरा अच्छा / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- शर्म / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- मानता / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- नया पानी / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- ख्याल / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- अपना मज़हब / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- दरिया / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- मर्जी की मर्जी / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- पेंटिंग के बीच की लड़की / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- मेरा जी करता है / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- ज़िंदा पूजा / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- खामोश / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- सात चक्कर / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- हाजिर हो कर / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- आज जीने के लिए… / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- ज़िन्दगी के बराबर / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- खामोश मुहब्बत / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- हर रोज़ / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- जो दिल करे / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- अधिकार / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- बोलती आँखें / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- एक बार फिर / इमरोज़ / हरकीरत हकीर
- मर्जी / इमरोज़ / हरकीरत हकीर