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यो जिन्दगी खै के जिन्दगी / हरिभक्त कटुवाल
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रचनाकार | हरिभक्त कटुवाल |
---|---|
प्रकाशक | रत्न पुस्तक भण्डार, काठमाडौं |
वर्ष | पहिलो-वि.संत. २०२९, छैठौं संस्करण २०७२ |
भाषा | नेपाली |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | ८४ |
ISBN | 978 99933 0 604 7 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
स्वदेश फर्केपछि
- ए प्रणम्य ! / हरिभक्त कटुवाल
- बाँच्न खोजिरह्छु / हरिभक्त कटुवाल
- आश्वस्त छु / हरिभक्त कटुवाल
- मर्न सकूँ तिम्रा लागि / हरिभक्त कटुवाल
- आजको तन्नेरी / हरिभक्त कटुवाल
- रहर / हरिभक्त कटुवाल
- भोलिको नेपाल / हरिभक्त कटुवाल
- हुस्सुभित्र डुबेको एउटा बिहान : तानसेन / हरिभक्त कटुवाल
- भ्रमर : कोपिलो / हरिभक्त कटुवाल
- माछा / हरिभक्त कटुवाल
- म कवि / हरिभक्त कटुवाल
- आफ्नो कोही साख छैन / हरिभक्त कटुवाल
- बिदाको दिन / हरिभक्त कटुवाल
- मुक्ति / हरिभक्त कटुवाल
- किन म अल्झिरहन्छु ? / हरिभक्त कटुवाल
- कसरी भनूँ म बाँचें ? / हरिभक्त कटुवाल
- उज्यालो म कहाँ पाउँला ? / हरिभक्त कटुवाल
- रातको घेरामा एक्लै म / हरिभक्त कटुवाल
- अरु कसैको वेदना आत्मसात् गरेर / हरिभक्त कटुवाल
- प्रतिबन्ध : आफ्नै आँखाहरुमाथि / हरिभक्त कटुवाल
- दाइ कविता ! खै कविता ! / हरिभक्त कटुवाल
- यसबेला तिनलाई फर्क भनिदिए हुन्छ / हरिभक्त कटुवाल
- मैले खोजेको त्यही हो / हरिभक्त कटुवाल
- तिमी फूलहरुमा किन हाँसिदियौ ? / हरिभक्त कटुवाल
- तिम्रो मुस्कान / हरिभक्त कटुवाल
- यो जीवन / हरिभक्त कटुवाल
- उनी / हरिभक्त कटुवाल
- मुक्त / हरिभक्त कटुवाल
- आधार / हरिभक्त कटुवाल
- अनि सजाउनु / हरिभक्त कटुवाल
- रक्सीमाथि दुई टुक्रा / हरिभक्त कटुवाल
- यस्तै हुन्छ / हरिभक्त कटुवाल
प्रवासबाट
- यो जिन्दगी खै के जिन्दगी ! / हरिभक्त कटुवाल
- साथीलाई / हरिभक्त कटुवाल
- तिमीलाई गुमाएको रात / हरिभक्त कटुवाल
- तिमीलाई भेटेको मधुर क्षण / हरिभक्त कटुवाल
- बिसाइदेऊ यात्रा जिन्दगीको / हरिभक्त कटुवाल
- आऊ बाली लगाऊँ / हरिभक्त कटुवाल
- दिनका तीन स्थिति : मेरो अनुभवमा / हरिभक्त कटुवाल
- पर्ख / हरिभक्त कटुवाल
- माटाको माया / हरिभक्त कटुवाल
- वसन्त / हरिभक्त कटुवाल
- जीवन : एक दृष्टि / हरिभक्त कटुवाल
- जीवन : एउटा लास – एउटा शिशु / हरिभक्त कटुवाल
- ए म बौलाइसकेछु । / हरिभक्त कटुवाल
- आकाशले मेरो बाटो छेक्छ / हरिभक्त कटुवाल
- खडेरी परेको छ आज जिन्दगीमा / हरिभक्त कटुवाल
- बारुद र सेतो परेवा / हरिभक्त कटुवाल
- नाम यसैको जीवन हो / हरिभक्त कटुवाल
- मन लाग्छ / हरिभक्त कटुवाल
- यात्रा / हरिभक्त कटुवाल
- खै मान्यता यहाँ आत्माहुतिको – बलिदानको ? / हरिभक्त कटुवाल
- हामीलाई निर्धो नसम्झ / हरिभक्त कटुवाल
- आकाशका तारा के तारा ? / हरिभक्त कटुवाल
- यो के भयो ? / हरिभक्त कटुवाल
- म / हरिभक्त कटुवाल
- नैतिकता / हरिभक्त कटुवाल
- तर्खर / हरिभक्त कटुवाल
- बाडुली / हरिभक्त कटुवाल
- केही छैन / हरिभक्त कटुवाल
- सस्तो माया / हरिभक्त कटुवाल