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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- चेतक की वीरता / श्यामनारायण पाण्डेय (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुछ तबीयत ही मिली थी / निदा फ़ाज़ली (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जब किसी से कोई गिला रखना / निदा फ़ाज़ली (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये / निदा फ़ाज़ली (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दुहरा हुआ होगा / दुष्यंत कुमार (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आस होगी न आसरा होगा / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अभी इस तरफ़ न निगाह कर / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- होंठों पे मुहब्बत के फ़साने नहीं आते / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कभी यूँ भी आ मेरी आँख में के मेरी नज़र को ख़बर न हो / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ख़्वाब इन आँखों से अब कोई चुरा कर ले जाये / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है / बशीर बद्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अब तुम आग़ोश-ए-तसव्वुर / कैफ़ी आज़मी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इब्ने-मरियम / कैफ़ी आज़मी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दो पोज़ / दुष्यंत कुमार (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुरुक्षेत्र / प्रथम सर्ग / भाग 1 (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आ कि मेरी जां को क़रार नहीं है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आह को चाहिये इक उम्र असर होते तक / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आमद-ए-ख़त से हुआ है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अर्ज़-ए-नियाज़-ए-इश्क़ के क़ाबिल नहीं रहा / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बाज़ीचा-ए-अत्फ़ाल है दुनिया मेरे आगे / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बहुत सही ग़म-ए-गेती शराब कम क्या है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बे-ऐतदालियों से सुबुक सब में हम हुए / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बस कि दुश्वार है हर काम का आसां होना / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चाहिये अच्छों को जितना चाहिये / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दायम पड़ा हुआ तेरे दर पर नहीं हूँ मैं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- देखना क़िस्मत कि आप अपने पे रश्क आ जाये है / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तराना-ए-हिन्दी (सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा ) / अल्लामा इक़बाल (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जिन्हें मैं ढूँढता था आसमानों में ज़मीनों में / इक़बाल (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कभी ऐ हक़ीक़त-ए- मुन्तज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में / इक़बाल (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ख़िरद के पास ख़बर के सिवा कुछ और नहीं / इक़बाल (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी / इक़बाल (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सितारों से आगे जहाँ और भी हैं / इक़बाल (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इक लफ़्ज़े-मोहब्बत का / जिगर मुरादाबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- क़दम इंसान का राहे-दहर में / जोश मलीहाबादी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अगर यूँ ही ये दिल सताता रहेगा / ख़्वाजा मीर दर्द (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल मेरा सोज़े-निहां से बेमहाबा जल गया / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आये क्यों / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिया है दिल अगर उस को बशर है क्या कहिये / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दोनों जहाँ देके वो समझे ये ख़ुश रहा / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दोस्त ग़मख़्वारी में मेरी सअई फ़रमायेंगे क्या / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- एक एक क़तरे का मुझे देना पड़ा हिसाब / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ग़ैर लें महफ़िल में बोसे जाम के / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- घर हमारा जो न रोते भी तो वीरां होता / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- घर जब बना लिया तेरे दर पर कहे बग़ैर / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हम रश्क को अपने भी गवारा नहीं करते / ग़ालिब (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)