भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ज़ेब गौरी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
<sort order="asc" class="ul"> | <sort order="asc" class="ul"> | ||
*[[हो चुके गुम सारे ख़द-ओ-खाल-ए-मंज़र और मैं / ज़ेब गौरी]] | *[[हो चुके गुम सारे ख़द-ओ-खाल-ए-मंज़र और मैं / ज़ेब गौरी]] | ||
− | *[[मुझ ऐसे वामांदा-ए-जाँ को | + | *[[मुझ ऐसे वामांदा-ए-जाँ को / ज़ेब गौरी]] |
*[[तूँ बेख़बर हो तो कुछ हाल-ए-दिल सुनाऊँ तुझे / ज़ेब गौरी]] | *[[तूँ बेख़बर हो तो कुछ हाल-ए-दिल सुनाऊँ तुझे / ज़ेब गौरी]] | ||
*[[सब तिलिस्म-ए-हर्फ़-ओ-अफ़सून-ए-नवा ले जाएगी / ज़ेब गौरी]] | *[[सब तिलिस्म-ए-हर्फ़-ओ-अफ़सून-ए-नवा ले जाएगी / ज़ेब गौरी]] | ||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
*[[यहीं उड़ रहा था वो कोहसार में / ज़ेब गौरी]] | *[[यहीं उड़ रहा था वो कोहसार में / ज़ेब गौरी]] | ||
*[[ऐसी वीरानी में साया कैसा, सेराबी कैसी / ज़ेब गौरी]] | *[[ऐसी वीरानी में साया कैसा, सेराबी कैसी / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[बे-हिसी पर मेरी वो ख़ुश था / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[बेकराँ दश्त-ए-बे-सदा मेरे / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[एक किरन बस रौशनियों में / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[ग़ार के मुँह से चट्टान हटाने के लिए / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[है बहुत ताक़ वो बे-दाद में डर / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[हवा में उड़ता कोई ख़ंजर जाता है / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[ख़ाक आईना दिखाती है के / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[ख़ंजर चमका रात का सीना चाक हुआ / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[लहर लहर क्या जगमग जगमग / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[मैं छू सकूँ तुझे मेरा ख़याल-ए-ख़ाम है / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[मरने का सुख जीने की आसानी दे / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[मुराद-ए-शिकवा नहीं लुत्फ़-ए-गुफ़्तुगू / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[रास्ते में कहीं खोना ही तो है / ज़ेब गौरी]] | ||
+ | * [[रात दमकती है रह रह कर मद्धम सी / ज़ेब गौरी]] | ||
</sort> | </sort> |
15:03, 24 फ़रवरी 2013 का अवतरण
ज़ेब गौरी
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | भारत । |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
ज़ेब गौरी / परिचय |
ग़ज़लें <sort order="asc" class="ul">
- हो चुके गुम सारे ख़द-ओ-खाल-ए-मंज़र और मैं / ज़ेब गौरी
- मुझ ऐसे वामांदा-ए-जाँ को / ज़ेब गौरी
- तूँ बेख़बर हो तो कुछ हाल-ए-दिल सुनाऊँ तुझे / ज़ेब गौरी
- सब तिलिस्म-ए-हर्फ़-ओ-अफ़सून-ए-नवा ले जाएगी / ज़ेब गौरी
- झुके हुए पेड़ों के तनों पर छाप है चंचल धारे की / ज़ेब गौरी
- इक पीली चमकीली चिड़िया काली आँख नशीली-सी / ज़ेब गौरी
- बुझते सूरज ने लिया फिर से संभाला कैसा / ज़ेब गौरी
- इक गौहर आँसू का न छोड़ा दिल की जोत जगाने को / ज़ेब गौरी
- यहीं उड़ रहा था वो कोहसार में / ज़ेब गौरी
- ऐसी वीरानी में साया कैसा, सेराबी कैसी / ज़ेब गौरी
- बे-हिसी पर मेरी वो ख़ुश था / ज़ेब गौरी
- बेकराँ दश्त-ए-बे-सदा मेरे / ज़ेब गौरी
- एक किरन बस रौशनियों में / ज़ेब गौरी
- ग़ार के मुँह से चट्टान हटाने के लिए / ज़ेब गौरी
- है बहुत ताक़ वो बे-दाद में डर / ज़ेब गौरी
- हवा में उड़ता कोई ख़ंजर जाता है / ज़ेब गौरी
- ख़ाक आईना दिखाती है के / ज़ेब गौरी
- ख़ंजर चमका रात का सीना चाक हुआ / ज़ेब गौरी
- लहर लहर क्या जगमग जगमग / ज़ेब गौरी
- मैं छू सकूँ तुझे मेरा ख़याल-ए-ख़ाम है / ज़ेब गौरी
- मरने का सुख जीने की आसानी दे / ज़ेब गौरी
- मुराद-ए-शिकवा नहीं लुत्फ़-ए-गुफ़्तुगू / ज़ेब गौरी
- रास्ते में कहीं खोना ही तो है / ज़ेब गौरी
- रात दमकती है रह रह कर मद्धम सी / ज़ेब गौरी
</sort>