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रामस्वरूप 'सिन्दूर'
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रामस्वरूप 'सिन्दूर'
जन्म | 27 सितम्बर 1930 |
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निधन | 25 जनवरी 2013 |
जन्म स्थान | दहगवां, जालौन, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
साहित्य भूषण सम्मान (उ.प्र. हिन्दी संस्थान), रस वल्लरी सम्मान, सारस्वत सम्मान (भारतीय साहित्य सम्मेलन, प्रयाग) , सागरिका विशेष सम्मान, चेतना गौरव सर्वौच्च सम्मान-2001, प्रथम मणीन्द्र स्मृति सम्मान 2005, नटराज सम्मान 1984(कानपुर), राष्ट्रीय काव्य-सम्मान - 1962 (लखनऊ) आदि सम्मानों से सम्मानित। | |
जीवन परिचय | |
रामस्वरूप 'सिन्दूर' / परिचय |
विषय सूची
गीत संग्रह
- हँसते लोचन रोते प्राण / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- तिरंगा जिन्दाबाद / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- अभियान बेला / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- आत्म-रति तेरे लिये / रामस्वरूप 'सिन्दूर''
- शब्द के संचरण में / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
ग़ज़ल संग्रह
गीत
- चाहूँ या कि न चाहूँ / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- तू है जहाँ, वहाँ आ पाना / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मधुर दिन बीते / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- आज रात बीती / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- एक तरफ कुहरा / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- वह घड़ी भी याद आये / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- एक शूल / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- जिन राहों पर / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- सब कुछ भूला / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- वचन हारने लगो / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- हम हिरण्य-वास जी चुके / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- जन्मान्तर यात्रायें की हैं / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- रूप, राग, रति-रंग, मदिर मकरन्द-छन्द मेरे / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- पल-छिन कोई अनुबन्ध जिया मैंने / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- भोगी तन में, जोगी मन में / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मैं अरुण अभियान के अन्तिम चरण में हूँ / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मैंने अपने जन्मान्तर को / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- वह नहीं, कि मैं जो बाहर हूँ / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मैं खण्ड-खण्ड हो गया / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- पंछी ने / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- भर आया क्यों नीर नयन में / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- सेज बिछ गई / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मुरझा कर भी / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- तय न हो पाया / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- हम तुम में डूब जाते / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मैं जो रोया / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- वे क्षण / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- याद रहे रंगों का मेला / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- छम-छम-छम बरसे नीर, न तुम आना / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- कौन सी मदिरा पिलाई पीर ने / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- उन्मन-उन्मन सुबह / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मैं हूँ बड़ा कीमती / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- सौरऊर्जा-वाले दौर / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- हँस कर और जियो / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- प्राणों में साकेत / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- शब्द के संचरण में / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- आत्म-पुनर्वास भी जियें / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- कोई अनुबन्ध जिया मैंने / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- थोड़ी-सी राहत थी / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- दर्द पीता जा रहा मदिरा / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- भीतर पूरा कवि हूँ / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- ऐसा क्यों होता है / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- तोड़ तन से मोह / रामस्वरूप 'सिन्दूर'
- मैं सेवा निवृत हो गया, पर सेवा जारी है / रामस्वरूप 'सिन्दूर'