Last modified on 13 जनवरी 2019, at 03:35

कई-कई यात्राएँ / सुरेन्द्र स्निग्ध

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:35, 13 जनवरी 2019 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कई-कई यात्राएँ
Surendra Snigdh. poetry book.jpg
रचनाकार सुरेन्द्र स्निग्ध
प्रकाशक पुस्तक भवन, नई दिल्ली
वर्ष 1998
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा मुक्त छन्द कविता।
पृष्ठ 80
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ

सागर की लहरोंं पर तनी हुई चान्दनी

मौत की दुर्गम अन्धेरी घाटियों में फूल अनगिन प्यार के

अग्नि की इस लपट से कैसे बचाऊँ कोमल कविता