भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तारा सिंह

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:40, 28 नवम्बर 2007 का अवतरण

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तारा सिंह की रचनाएँ

डा० (श्रीमती) तारा सिंह
Tara.jpg
जन्म 10 अक्तूबर 1952
निधन
उपनाम
जन्म स्थान भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
एक बूँद की प्यासी, सिसक रही दुनिया, एक दीप जला लेना, साँझ भी हुई तो कितनी धुँधली,एक पालकी चार कहार, हम पानी में भी खोजते रंग, रजनी में भी खिली रहूँ किस आस पर, अब तो ठंढी हो चली जीवन की राख, यह जीवन प्रातः समीरण सा लघु है प्रिये, तम की धार पर डोलती जगती की नौका,विषाद नदी से उठ रही ध्वनि,नदिया-स्नेह बूँद सिकता बनती,नगमें हैं मेरे दिल के,यह जग केवल स्वप्न आसार
विविध
फिल्मी गीत -हिन्दी फिल्म 'सिपाही जी' के लिए टायटिल गीत, सहयोगी काव्य - संकलन प्रकाशित -- 35, जीवन वृत् प्रकाशित-- एफ्रो एशियन हूज हू खंड १ एवं एशिया पॅशिफिक खंद ६ में प्रकाशित।
जीवन परिचय
तारा सिंह / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/{{{shorturl}}}