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क्षमायाचना / लीलाधर मंडलोई
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क्षमायाचना
रचनाकार | लीलाधर मंडलोई |
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प्रकाशक | दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय, भोपाल |
वर्ष | 2007 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | 104 |
ISBN | 81-87302-18-6 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- स्त्री का कंकाल / लीलाधर मंडलोई
- अयोध्या में / लीलाधर मंडलोई
- बद्दुआएँ / लीलाधर मंडलोई
- वह जो / लीलाधर मंडलोई
- मेरी उम्र बयालीस के आगे की परछाईं है / लीलाधर मंडलोई
- माँ दिन भर हमारे इन्तज़ार में रहती है / लीलाधर मंडलोई
- माँ की एक गहरी आराम भरी नींद के लिए / लीलाधर मंडलोई
- उसे देखती रहेगी / लीलाधर मंडलोई
- उसको यह अक्कास / लीलाधर मंडलोई
- भीग-भीग उठता है कई बार / लीलाधर मंडलोई
- एक माँ का होना / लीलाधर मंडलोई
- वह कभी भी पहुँच सकता है वहाँ / लीलाधर मंडलोई
- पावरोटी की बात / लीलाधर मंडलोई
- कि नमक रोटियों में / लीलाधर मंडलोई
- भाभी / लीलाधर मंडलोई
- कम-अज-कम रंग / लीलाधर मंडलोई
- सरकारी ख़बर / लीलाधर मंडलोई
- अक्का माँ-1 / लीलाधर मंडलोई
- अक्का माँ-2 / लीलाधर मंडलोई
- स्वप्न या उससे बाहर / लीलाधर मंडलोई
- आमीन / लीलाधर मंडलोई
- अवाई / लीलाधर मंडलोई
- मेरा नन्हा सुचिंत बैठा है / लीलाधर मंडलोई
- नीली चमकीली तान / लीलाधर मंडलोई
- 78 आर०पी०एम० / लीलाधर मंडलोई
- क्या कर रही होगी जबलपुर में / लीलाधर मंडलोई
- देखता हूँ मैं / लीलाधर मंडलोई
- झरा दूध अभी / लीलाधर मंडलोई
- सुराख के सामने / लीलाधर मंडलोई
- सिर्फ़ एक बच्ची आती है / लीलाधर मंडलोई
- धरती की भूरी हँडिया में / लीलाधर मंडलोई
- बची-खुची आवाज़ / लीलाधर मंडलोई
- मृत्यु का भय / लीलाधर मंडलोई
- चिर ऋणी ल (लइसा) के लिए / लीलाधर मंडलोई
- सत्रह साल की वह / लीलाधर मंडलोई
- जीवन-रस / लीलाधर मंडलोई
- मनुहार / लीलाधर मंडलोई
- फूल-सा चेहरा / लीलाधर मंडलोई
- एक स्त्री ने / लीलाधर मंडलोई
- सिर्फ़ स्त्रियाँ / लीलाधर मंडलोई
- जिसे कल तक / लीलाधर मंडलोई
- सूरज की सीध में / लीलाधर मंडलोई
- वजूद / लीलाधर मंडलोई
- जादू हैं तेरे नैना / लीलाधर मंडलोई
- सूरज / लीलाधर मंडलोई
- स्वर्गिक उष्मा / लीलाधर मंडलोई
- अम्मा की कहन / लीलाधर मंडलोई
- मैं ही हूँ / लीलाधर मंडलोई
- आदमक़द स्त्री / लीलाधर मंडलोई
- कोई दूसरी / लीलाधर मंडलोई
- एक स्त्री / लीलाधर मंडलोई
- महिलाएँ फिर हाशिए पे / लीलाधर मंडलोई
- कस्तूरी / लीलाधर मंडलोई
- भैरवी उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ की / लीलाधर मंडलोई
- क्षमायाचना. / लीलाधर मंडलोई
- कादम्बरी कथा / लीलाधर मंडलोई
- उसका यह जीवन / लीलाधर मंडलोई
- उसकी आत्मा / लीलाधर मंडलोई
- जीवन का उत्सव / लीलाधर मंडलोई
- बाज़ार और दादी / लीलाधर मंडलोई
- और चुप हूँ / लीलाधर मंडलोई
- एक अचानक स्त्री / लीलाधर मंडलोई
- कोमल खिस्स हँसी- वह / लीलाधर मंडलोई