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हरेराम समीप बनाएँ
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जन्म | 13 अगस्त 1951 |
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जन्म स्थान | मेख, नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
हरेराम समीप / परिचय |
ग़ज़लें
- झुलसती धूप‚ थकते पाँव‚ मीलों तक नहीं पानी / हरेराम समीप
- हमको सोने की क़लम‚ चाँदी की स्याही चाहिए / हरेराम समीप
- देखना फ़रमान ये जल्दी निकाला जाएगा / हरेराम समीप
- जाने कहाँ गईं मुस्कानें देकर बौनी ख़ामोशी / हरेराम समीप
- भीषण आग छुपी है कोई‚ जहाँ एक चिंगारी में / हरेराम समीप
- स्याह इस रात में जुगनू का दिया है तो सही / हरेराम समीप
- आए जब भी सवाल काग़ज़ पर / हरेराम समीप
- आशा की फ़स्ल खेत से हर बार लुटी है / हरेराम समीप
- क्या अजब दुनिया हमें दी‚ तूने ऐ परवरदिगार! / हरेराम समीप
- वेदना को शब्द के परिधान पहनाने तो दो / हरेराम समीप
- जिसे भी साथ लिया मैंने हमसफ़र की तरह / हरेराम समीप
- सुन लो मुखिया अब उधार का उजियारा मंज़ूर नहीं / हरेराम समीप
- क्या हुआ उपवन में‚ क्यों सारे शजर लड़ने लगे / हरेराम समीप
- यहाँ तो प्यास-भर पानी भी अब सस्ता नहीं आता / हरेराम समीप
- अपने ग़म का बयान करना है / हरेराम समीप
- ज़माना तो जमाना ही रहेगा / हरेराम समीप
- क्या हुआ जो अकाल है यारो / हरेराम समीप
- अपना जमीर बेचिए दौलत कमाइए / हरेराम समीप