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"तरकश / ऋषभ देव शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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*[[हँस के हरेक ज़हर को पी जाय फकीरा / ऋषभ देव शर्मा ]]  
 
*[[हँस के हरेक ज़हर को पी जाय फकीरा / ऋषभ देव शर्मा ]]  
 
*[[एक बड़े ऊँचे फाटक से आग उठी, सडकों लहरी / ऋषभ देव शर्मा ]]  
 
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*[[अब भारत नया बनाएँगे, हम वंशज गाँधी के  / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[रक्त का उन्माद हैं ये युद्ध की बातें / ऋषभ देव शर्मा ]]
 
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*[[झुग्गियों को यों हटाया जा रहा है / ऋषभ देव शर्मा ]]
 
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*[[घर के कोने में बैठे हो लगा पालथी, भैया जी / ऋषभ देव शर्मा ]]
 
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*[[बोला कभी तो बोल की मुझको सज़ा मिली / ऋषभ देव शर्मा ]]
 
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*[[ठीक है - जो बिक गया , खामोश है / ऋषभ देव शर्मा ]]
       
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*[[क्या पता था खेल ऐसे खेलने होंगे / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[हो न जाए मान में घाटा किसी के यों / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[पेट भरा हो तो सूझे है, ताज़ा रोटी, बासी रोटी / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[राजपथों पर कोलाहल है, संविधान की वर्षगाँठ है / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[रात उनके नाचघर में आ गई वर्षा / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[आज हाथों को, सुनो, आरी बना लो, साथियो / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[घर से बाहर नहीं निकलना, आज शहर में कर्फ्यू है / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[हर दफ्तर में एक बड़ी सी, कुर्सी पाई जाती है / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[आग के व्यापारियों ने बाग़ को झुलसा दिया / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[चोरों का सम्मान आजकल मेरे भैया / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[सुनो, बगावत कर रहे, अब सरसों के खेत / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[शहर तुम्हारा? हमने देखा शहर तुम्हारा / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[धर्म, भाषा, जाति, दल का, आजकल आतंक है / ऋषभ देव शर्मा ]]
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*[[काव्य को अंगार कर दे भारती / ऋषभ देव शर्मा ]]

19:51, 27 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

तरकश
Book Cover 0001.jpg
रचनाकार ऋषभ देव शर्मा
प्रकाशक तेवरी प्रकाशन, खतौली
वर्ष 1996
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा तेवरी
पृष्ठ 72
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।